शरद पूर्णिमा पर तारकेश्वर धाम में उमड़ा भक्तों का सैलाब

शरद पूर्णिमा पर तारकेश्वर धाम में उमड़ा भक्तों का सैलाब

गंगा जल से हुई कांवड़ यात्रा की शुरुआत, भोले बाबा के दरबार पहुंचे श्रद्धालु
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सन्मार्ग संवाददाता

हुगली : अश्विन माह की शरद पूर्णिमा के पावन अवसर पर मंगलवार यानी आज तारकेश्वर धाम में श्रद्धालुओं का जनसैलाब उमड़ पड़ा। दूर-दूर से आए भक्तों ने पूरे भक्ति भाव से भोलेनाथ के दर्शन किए और गंगाजल से जलाभिषेक किया। वैद्यवाटी स्थित निमाइतीर्थ घाट से गंगाजल भरकर भक्तों ने कांवड़ यात्रा आरंभ की और पैदल यात्रा करते हुए "हर हर महादेव" के जयकारों के साथ तारकेश्वर मंदिर पहुंचे।

यह पवित्र अवसर पूरे क्षेत्र में भक्ति और उल्लास का वातावरण लेकर आया। भोर से ही श्रद्धालुओं की भीड़ मंदिर प्रांगण, दुधपुकुर तट और प्रमुख रास्तों पर दिखाई दी। भीड़ को सुव्यवस्थित बनाए रखने और श्रद्धालुओं की सुरक्षा हेतु हुगली ग्रामीण पुलिस ने विशेष प्रबंध किए। थाना प्रभारी तन्मय बाग स्वयं मौके पर मौजूद रहे और मंदिर परिसर, प्रवेश द्वारों तथा प्रमुख चौराहों पर पुलिस बल की तैनाती की गई।

श्रद्धालुओं की सेवा में विभिन्न सामाजिक संगठन भी तत्पर दिखे। सिंगुर स्थित श्री बड़ाबाजार लोहा पट्टी सेवा समिति की ओर से कांवड़ियों के लिए सेवा शिविर का आयोजन किया गया। समिति के अध्यक्ष दिनेश कुमार बिहानी ने बताया कि संयोजक सुशील अग्रवाल और शिव कुमार अग्रवाल के नेतृत्व में कांवड़ यात्रियों को खीर, खिचड़ी, चाय और बिस्किट का वितरण किया गया। सेवा कार्य में सूरज रतन, कांता देवी चांडक, गोविंद राधंड़, विकास नेवटिया सहित कई अन्य सदस्यों ने सक्रिय सहयोग दिया।

इसी प्रकार, हरिपाल स्थित विश्वनाथ सेवा समिति ट्रस्ट की ओर से भी कांवड़ यात्रियों के लिए नि:शुल्क सेवा शिविर लगाया गया। ट्रस्ट के प्रतिनिधि अजय निगाणिया ने बताया कि पूर्णिमा के इस विशेष पर्व पर कांवड़ियों को जलपान, विश्राम और आवश्यक दवाओं की सुविधा प्रदान की गई। समिति ने यात्रियों को आराम करने के लिए जगह और प्राथमिक चिकित्सा सेवा भी उपलब्ध कराई।

कांवड़ यात्रा और पूजा-अर्चना के दौरान पूरा तारकेश्वर धाम भक्ति में डूबा रहा। भक्तों की आस्था, पुलिस की सुरक्षा व्यवस्था और सेवा समितियों की निःस्वार्थ सेवा ने इस आयोजन को सफल और स्मरणीय बना दिया। शरद पूर्णिमा का यह पर्व श्रद्धा, सेवा और समर्पण का अनुपम उदाहरण बनकर सामने आया।

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