

शिमला : शिमला स्थित इंदिरा गांधी मेडिकल कॉलेज (IGMC) में सोमवार को एक जूनियर रेजिडेंट डॉक्टर ने जांच के लिए अस्पताल आए एक मरीज की परेशानी बढ़ जाने पर बिना पूछे बेड पर लेट जाने की वजह से खूब लात-घूसों से पीटा। इस घटना का वीडियो वायरल होने पर पीड़ित के परिजनों और मित्रों सहित सैकड़ों लोगों व अन्य मरीजों ने अस्पताल परिसर में विरोध प्रदर्शन किया और चिकित्सक की गिरफ्तारी की मांग की, जिसके बाद तनाव बढ़ गया। बताया गया कि प्रदर्शनकारियों ने अस्पताल में घुसकर चिकित्सक के कमरे में जाने की कोशिश की और अस्पताल अधिकारियों से चिकित्सक को उनके हवाले करने की मांग की। इधर IGMC के चिकित्सा अधीक्षक डॉ. राहुल राव ने कहा कि हिमाचल प्रदेश के ख्यमंत्री सुखविंदर सिंह सुक्खू के निर्देशों के बाद घटना की जांच के लिए एक समिति का गठन किया गया है। जांच लंबित रहने तक आरोपी चिकित्सक राघव नरूला को निलंबित कर दिया गया है।
क्या है वीडियो में : वार्ड में मौजूद एक व्यक्ति द्वारा बनाए गए वीडियो में चिकित्सक बिस्तर पर लेटे मरीज अर्जुन सिंह के चेहरे पर घूंसे मारता हुआ दिखायी दे रहा है। मरीज प्रतिरोध करता नजर आ रहा है, जबकि दो अन्य व्यक्ति दोनों को रोकने की कोशिश कर रहे हैं। शिमला के कुपवी निवासी सिंह को इस घटना में नाक पर चोट आई है।
क्यों हुई मारपीट : पीड़ित अर्जुन सिंह ने बाद में बताया कि उन्हें फेफड़ों से संबंधित समस्या है और वह ब्रोंकोस्कोपी कराने के लिए अस्पताल गए थे। जांच के बाद उन्हें सांस लेने में तकलीफ होने लगी और उन्हें आराम करने की सलाह दी गई। इसके बाद वे पल्मोनरी मेडिसिन वार्ड में गए और आराम करने के लिए एक खाली बिस्तर पर लेट गए। कुछ मिनट बाद वहां दो चिकित्सक आए और उनके साथ दुर्व्यवहार करने लगे, जिसके बाद उन्होंने उनसे सम्मानजनक व्यवहार करने का आग्रह किया, इससे नाराज होकर चिकित्सक ने उनपर हमला कर दिया। इधर, सिरमौर के पौंटा साहिब के चिकित्सक राघव नरूला ने आरोपों का खंडन किया और दावा किया कि मरीज ने उनके साथ दुर्व्यवहार किया था, जिसके कारण यह घटना हुई।