

सबिता, सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : तृणमूल कांग्रेस के प्रवक्ता अरूप चक्रवर्ती ने दावा किया कि ‘आज मुख्य निर्वाचन अधिकारी के कार्यालय में बताया गया कि यूआईडीएआई ने 32-34 लाख आधार नंबर निष्क्रिय कर दिए हैं लेकिन उसी यूआईडीएआई ने संसद को बताया था कि वह आधार निष्क्रियता का डेटा राज्यवार या वर्षवार संग्रहीत नहीं करता है। फिर यूआईडीएआई सीईओ और निर्वाचन आयोग को डेटा कैसे दे रहा है?’ उन्होंने कहा, ‘अगर एसआईआर इसी तरह काम करता है, तो हम इसके खिलाफ अदालतों और सड़कों पर लड़ेंगे। हम भाजपा को बंगाल में जीवित मतदाताओं को फर्जी प्रविष्टियों में बदलने की अनुमति नहीं देंगे।’ टीएमसी ने आरोप लगाया कि निष्क्रिय आधार की विशाल संख्या से पता चलता है कि मतदाता सूची के वर्तमान में जारी विशेष पुनरीक्षण से पहले मतदाताओं को दबाने का प्रयास किया जा रहा है। चक्रवर्ती ने कहा, ऐसा प्रतीत होता है कि एसआईआर का मतलब है ‘साइलेंट इनविजिबल रिगिंग’। पार्टी ने दावा किया कि भारतीय विशिष्ट पहचान प्राधिकरण (यूआईडीएआई) ने जारी विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के दौरान राज्य के मुख्य निर्वाचन अधिकारी (सीईओ) मनोज कुमार अग्रवाल के समक्ष जो प्रस्तुतीकरण दिया वह एजेंसी के अपने इस रुख के विपरीत है कि वह राज्यवार या वर्षवार आधार निष्क्रियकरण रिकॉर्ड नहीं रखती है।