

सन्मार्ग संवाददाता
श्री विजयपुरम : भारत की एकमात्र संयुक्त सेवा संचालन कमान, अंडमान और निकोबार कमान (ANC) ने 08 अक्टूबर 2025 को अपना 25वां स्थापना दिवस अत्यंत गर्व और उत्साह के साथ मनाया। यह दिन न केवल इस सामरिक कमान के लिए एक ऐतिहासिक अवसर था, बल्कि देश के समुद्री और सामरिक इतिहास में भी एक महत्वपूर्ण मील का पत्थर के रूप में अंकित हुआ।
इस अवसर पर कमान के कमांडर-इन-चीफ, वाइस एडमिरल अजय कोचर ने पोर्ट ब्लेयर स्थित ‘बेयोनेट स्क्वायर’ पर वीर शहीदों को श्रद्धांजलि अर्पित की और ब्रिचगंज सैन्य स्टेशन में आयोजित भव्य परेड की समीक्षा की। अपने संबोधन में उन्होंने कमान के समर्पित सैनिकों, अधिकारियों, उनके परिवारजनों और महिला कर्मियों के योगदान की भूरी-भूरी प्रशंसा की। उन्होंने मीडिया की सक्रिय भूमिका को भी रेखांकित किया जो आम जनता को रक्षा गतिविधियों से जोड़ती है।
कार्यक्रम में वायुसेना के एमआई-17 हेलिकॉप्टर द्वारा शानदार फ्लाई-पास्ट किया गया और नौसेना की स्पेशल फोर्स मार्कोस द्वारा ‘स्मॉल टीम इंसर्शन एंड एक्सट्रैक्शन ऑपरेशन’ का लाइव प्रदर्शन किया गया, जो कमान की रणनीतिक क्षमता और तत्परता को दर्शाता है। इसके साथ ही सांस्कृतिक प्रस्तुतियों के माध्यम से अंडमान-निकोबार की विविध सांस्कृतिक विरासत को जीवंत रूप में प्रस्तुत किया गया।
वाइस एडमिरल कोचर ने अपने भाषण में ANC की 25 वर्षों की यात्रा का उल्लेख करते हुए इसे एक सशक्त और आत्मनिर्भर बल के रूप में विकसित होने की प्रक्रिया पर प्रकाश डाला। उन्होंने 2004 की सुनामी, भीषण चक्रवातों और कोविड-19 महामारी के दौरान ANC द्वारा निभाई गई मानवीय सेवाओं को रेखांकित किया।
उन्होंने हाल ही में संचालित ‘ऑपरेशन ब्रह्मा’ और 18 चिकित्सा आपातकालीन निकासी अभियानों का उदाहरण देते हुए ANC की तत्परता और सेवा भावना की सराहना की।
उन्होंने बताया कि ANC के तहत नौसेना, वायुसेना, सेना और तटरक्षक बल की संयुक्त निगरानी और संचालन से देश की समुद्री सीमाओं की सुरक्षा को सुनिश्चित किया जा रहा है। उन्होंने मित्र देशों के साथ आयोजित संयुक्त अभ्यास जैसे ‘इंडो-थाई कॉरपैट’, ‘सिटमैक्स’ और ‘आईकीमे’ को भारत की क्षेत्रीय प्रतिबद्धता और सैन्य कूटनीति का प्रतीक बताया।
सामाजिक उत्तरदायित्व की भावना के तहत ANC द्वारा शुरू की गई ‘आरोहण – द्वीप से दिल्ली’ पहल का विशेष उल्लेख किया गया, जिसके माध्यम से द्वीपों के छात्रों को देश की राजधानी की सैर कराकर राष्ट्रीय एकता और प्रेरणा का संचार किया गया।
25वां स्थापना दिवस न केवल ANC की उपलब्धियों का उत्सव था, बल्कि यह भविष्य की जिम्मेदारियों और संकल्पों को दोहराने का भी अवसर था। यह कार्यक्रम भारत की सुरक्षा, सेवा और समर्पण के प्रतीक ANC के गौरवशाली सफर को सम्मान देने का सशक्त माध्यम बना।