

कोलकाता: महानगर में सोमवार की रात हुई भारी बारिश और जलभराव के बीच करंट लगने से हुई मौतों को लेकर मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने बड़ा ऐलान किया है। बुधवार को भवानीपुर में एक दुर्गापूजा पंडाल के उद्घाटन के बाद उन्होंने कहा कि राज्य सरकार मृतकों के परिवारों को 2-2 लाख रुपये की आर्थिक मदद देगी।
मुख्यमंत्री ने बताया कि उन्होंने सीईएससी को मृतकों के परिवार से एक सदस्य को नौकरी देने के लिए कहा है। यदि कंपनी नौकरी नहीं देती है, तो राज्य सरकार की ओर से पीड़ित परिवार को स्पेशल होमगार्ड की नौकरी दी जाएगी। साथ ही उन्होंने सीईएससी से मृतकों के परिजनों को 5-5 लाख रुपये मुआवजा देने की भी बात दोहराई।
मुख्यमंत्री ने पीड़ित परिवारों के प्रति संवेदना व्यक्त करते हुए कहा कि उन्होंने सुबह एक मृतक के परिवार से फोन पर बात की और आश्वासन दिया कि सरकार उनके साथ खड़ी है। बारिश और जलभराव की स्थिति पर मुख्यमंत्री ने कहा कि अधिकांश क्षेत्रों से पानी निकल गया है, केवल कुछ निचले इलाकों में अब भी जलजमाव है, जो जल्द ही खत्म हो जाएगा।
उन्होंने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए आरोप लगाया कि डीवीसी, मैथन और फरक्का बैराज से पानी छोड़ा गया, जबकि गंगा में ज्वार था। पिछले बीस साल से कोलकाता पोर्ट और फरक्का बैराज की कभी भी ड्रेजिंग नहीं हुई। बिहार और झारखंड में बारिश होने पर भी पानी यहां आ जाता है और हमें ही सारी स्थिति संभालनी पड़ती है।
ममता ने इस संकट में कोलकाता नगर निगम की भूमिका की सराहना करते हुए कहा कि उन्होंने तत्परता से काम किया। गौरतलब है कि भारी बारिश के कारण मुख्यमंत्री ने द्वितीया के दिन पूजा उद्घाटन कार्यक्रम स्थगित कर दिया था और अब उन्होंने बुधवार को तृतीया के दिन 40 पूजा मंडपों का उद्घाटन किया।