

कोलकाता : सीएम ममता बनर्जी ने शुक्रवार को आरोप लगाया कि प्रधानमंत्री जैसे उच्च पदों से सरासर झूठ परोसा गया। सत्ता लाभ के लिए स्वार्थ और राजनीतिक रूप से प्रेरित झूठ का अभियान चलाया गया। यह एक ऐसा अभियान था जिसका उद्देश्य अलीपुरदुआर जिले के लोगों के लिए हमारी सरकार द्वारा किए गए महत्वपूर्ण विकास कार्यों को कमतर आंकना और उसे मिटाना था। सीएम ने इस दिन राज्य सरकार द्वारा संचालित की जा रही जनहित योजनाओं के बारे में विस्तार से बताया। सीएम ने कहा कि ये कुछ ऐसी पहल हैं जो अलीपुरदुआर के समग्र विकास के प्रति हमारी प्रतिबद्धता को दर्शाती हैं। हम हमेशा बंगाल के लोगों के लिए अपना सर्वश्रेष्ठ करने की कोशिश करते हैं, यही वजह है कि वे हमारे साथ हैं। उन्होंने कहा कि हम लोगों को धर्म, जाति या संकीर्ण मानसिकता के आधार पर नहीं बांटते। हम लगातार लोगों के लिए काम करते हैं, हमेशा उनके साथ खड़े रहते हैं। सीएम ने एक्स पर लिखा कि जो झूठ फैलाए गये हैं इसलिए मैं अलीपुरदुआर के लोगों के लिए हमारी सरकार द्वारा किये गये विकास कार्यों के कुछ वास्तविक तथ्य और डाटा साझा करना चाहती हूं। सीएम ने कहा कि प्रशासनिक सुगमता बढ़ाने के लिए हमने जून 2014 में अलीपुरदुआर जिले को बंगाल के 20वें जिले के रूप में स्थापित किया। अपने गठन के बाद से जिले ने विभिन्न क्षेत्रों में पर्याप्त विकासात्मक प्रगति का अनुभव किया है, जिससे यह सुनिश्चित हुआ है कि प्रत्येक निवासी को कम से कम एक राज्य सरकार की योजना का लाभ मिले।
इंफ्रास्ट्रक्चर डेवलपमेंट : सीएम ने कहा कि हमने बुनियादी ढांचे में महत्वपूर्ण प्रगति की है, जिसकी शुरुआत मॉडल एकीकृत प्रशासनिक भवन, 'डुआर्स कन्या' से हुई है। हमारे प्रयास में स्वास्थ्य सेवा से लेकर शिक्षा, सार्वजनिक सुविधाओं मुख्य रूप से शामिल हैं। स्वास्थ्य सेवा में हमने फालाकटा में एक मल्टी सुपर स्पेशलिटी अस्पताल, एक आयुष अस्पताल, एक नर्सिंग स्कूल, 2 एसएनसीयू, 7 एसएनएसयू, 3 ब्लड बैंक और 207 वेलनेस सेंटर स्थापित किए हैं। शिक्षा के क्षेत्र में यहां हमने अलीपुरदुआर विश्वविद्यालय, एक सरकारी इंजीनियरिंग कॉलेज, 7 नये सरकारी कॉलेज, 15 प्राथमिक विद्यालय, 52 उच्च प्राथमिक विद्यालय और 15 छात्रावास स्थापित किए गये हैं।
सार्वजनिक सुविधाएं : सार्वजनिक सुविधाओं के तहत 6 किसान मंडी, 3 सुफल बांग्ला स्टॉल, 8 कर्मतीर्थ, 560 आंगनबाड़ी केंद्र, 8 बिजली सब स्टेशन, एक नया फालाकटा सुपर मार्केट, एक नया स्टेडियम, एक महिला पुलिस स्टेशन और 60 चालू बांग्ला सहायता केंद्र (नागरिक सेवा केंद्र) शामिल हैं।
सामाजिक सुरक्षा योजना लाभ : राज्य सरकार ने सामाजिक सुरक्षा योजनाओं पर विशेष जोर दिया है। बंगाल सामाजिक योजनाओं में अग्रणी हैं और अलीपुरदुआर के लोगों को इससे काफी लाभ हुआ है।
विभिन्न कार्यक्रमों के माध्यम से 1200 करोड़ से अधिक का वितरण किया गया है, जिनमें शामिल हैं:
लक्ष्मी भंडार: 3.57 लाख लाभार्थी
कन्याश्री: 5.72 लाख लाभार्थी
खाद्य साथी: 12.91 लाख लाभार्थी
सबुज साथी: 2.54 लाख लाभार्थी
रूपश्री: 46,000 लाभार्थी
स्वास्थ्य साथी: 4 लाख से अधिक लाभार्थी
शिक्षाश्री: 3.10 लाख लाभार्थी
ऐक्यश्री: 2.05 लाख लाभार्थी
तरुणेर स्वप्न के अंतर्गत टैब: 63 हजार लाभार्थी
जय जोहार पेंशन: 15,396 लाभार्थी
तपशीली बंधु पेंशन: 29,486 लाभार्थी
कृषक बंधु (नया): 95,000 लाभार्थी
बांग्ला फसल बीमा: 1.18 लाख लाभार्थी
बिना मूल्य सामाजिक सुरक्षा योजना: 2.75 लाख लाभार्थी
राजवंशी और कामतापुरी विकास : बंगाल में राजवंशी और कामतापुरी को आधिकारिक भाषा का दर्जा दिया है (बंगाली और अंग्रेजी के अलावा)। इसलिए अब हमारे पास आधिकारिक दर्जा प्राप्त 13 भाषाएं हैं जिनमें संताली, कुरुख, कुरमाली, राजवंशी, कामतापुरी, पंजाबी, नेपाली, उर्दू, हिन्दी, उड़िया, तेलुगू शामिल हैं। वहीं अलीपुरदुआर के 61 चाय बागानों में से राज्य सरकार ने 8 बंद बागानों को सफलतापूर्वक फिर से खोल दिया है, श्रमिकों की मजदूरी बढ़ाकर 250 (भारत में सबसे अधिक) कर दी है। बंद बागानों के श्रमिकों को मासिक वित्तीय सहायता दी जाती है और हम मुफ्त राशन, पीने का पानी, बिजली और चिकित्सा सुविधाएं प्रदान करते हैं। महिला श्रमिकों के लाभ के लिए क्रेस हाउस भी बनाए जा रहे हैं।
चा सुंदरी परियोजना: इस परियोजना के तहत 2,969 परिवारों के लिए घर बनाए गये हैं, साथ ही 14,000 अतिरिक्त परिवारों को घर निर्माण के लिए वित्तीय सहायता का लाभ मिला है। बात करें उद्योग की तो दो औद्योगिक पार्क विकास के अधीन हैं और 14,105 एमएसएमई इकाइयों ने 38,000 से अधिक नौकरियाँ पैदा की हैं। वहीं चाय पर्यटन परियोजनाओं और दो धार्मिक पर्यटन सर्किटों के साथ पर्यटन को बढ़ावा दिया जा रहा है, स्थानीय रोजगार पैदा करने के लिए होमस्टे (74 पंजीकृत) को बढ़ावा दिया जा रहा है। इसके अलावा भी कई अहम कार्य किये गये हैं।