सावन मास : बृहस्पति को माना गया है ग्रहों का गुरू, गुरूवार को इन खास …
कोलकाता : अभी शिवजी का प्रिय माह सावन चल रहा है। इसमें गुरुवार का विशेष महत्व है। गुरुवार का कारक ग्रह गुरु है और अगर कुंडली में गुरु ग्रह का कोई दोष हो तो विवाह और भाग्य संबंधी परेशानियों का सामना करना पड़ता है। गुरु ग्रह के दोषों की शांति के लिए सावन मास में गुरुवार को कुछ खास उपाय किए जा सकते हैं। गुरु ग्रह को बृहस्पति भी कहा जाता है, जो देवताओं के गुरु भी हैं।
उपाय
1. गुरुवार की शाम को केले के वृक्ष के नीचे दीपक जलाएं। केले की पूजा करें और लड्डू या बेसन की मिठाई चढ़ाएं।
2. गुरुवार को गुरु ग्रह के लिए व्रत रखें। इस दिन पीले कपड़े पहनें। बिना नमक का खाना खाएं। भोजन में पीले रंग का पकवान जैसे बेसन के लड्डू, आम, केले आदि भी शामिल करें।
3. गुरु बृहस्पति की प्रतिमा या फोटो को पीले कपड़े पर विराजित करें और पूजा करें। पूजा में केसरिया चंदन, पीले चावल, पीले फूल और प्रसाद के लिए पीले पकवान या फल चढ़ाएं।
4. गुरु मंत्र का जप करें-मंत्र-ॐ बृं बृहस्पते नम:। मंत्र जप की संख्या कम से कम 108 होनी चाहिए।
5. पीली वस्तु जैसे सोना, हल्दी, चने की दाल, आम (फल) आदि का दान करें।
6. गुरुवार को सूर्योदय से पहले उठें। स्नान के बाद भगवान विष्णु के सामने घी का दीपक जलाएं। इसके बाद विष्णु सहस्रनाम का पाठ करें।
7. गुरुवार की विशेष पूजा के बाद स्वयं के माथे पर केसर का तिलक लगाएं। यदि केसर नहीं हो तो हल्दी का तिलक भी लगा सकते हैं।
8. शिवजी को बेसन के लड्डू का भोग लगाएं। इस उपाय से गुरु ग्रह के दोष दूर होते हैं।
