कोलकाता : हिंदू धर्म में भगवान गणेश मुख्य देवताओं में से एक माना जाता हैं। किसी भी शुभ कार्य से पहले भगवान गणेश की पूजा की जाती है। कहते हैं अगर किसी की कुंडली में बुध दोष है तो उसे बुधवार के दिन गणेश जी की उपासना करनी चाहिए। इसे कुंडली में दिख रहे बुध के दोषों का प्रभाव कम हो जाता है। इतना ही नहीं बुधवार का दिन भगवान गणेश को समर्पित है। अगर आप गणेश भगवान को प्रसन्न करना चाहते हैं तो उपवास रखें।
ज्योतिषियों के मुताबिक, अगर नियमित रूप से गणेश जी की पूजा की जाए, तो उसके कई शुभ लाभ होते हैं। मान्यता है कि गजानन की पूजा करने से बुद्धि और ज्ञान में बढ़ोत्तरी होती है। नियमित रूप से गणेश पूजा करने से घर में सुख-समृद्धि आती है और सफलता मिलती है। भगवान गणेश की पूजा करने से जीवन में आ रही सभी दिक्कतें और विपत्तियां दूर हो जाती हैं, इसलिए उन्हें विघ्नहर्ता कहा जाता है।
मिलती है सुख-समृद्धि
कहते हैं हर व्यक्ति जीवन में सुख-समृद्धि और शांति की इच्छा रहती है। ग्रंथों में इसके लिए भगवान गणेश की पूजा करने का उपाय बताया गया है। कहते हैं कि जीवन में सुख-समृद्धि पाने के लिए गणेश जी की पूजा करें।
होता है भाग्योदय
धार्मिक मान्यता है कि जो भक्त गणेश जी की पूजा-अर्चना सच्चे दिल से करते हैं बप्पा उन्हें कभी भी खाली हाथ नहीं जाने देते। भगवान की पूजा करने से भाग्योदय होता है और आरोग्य जीवन की प्राप्ति होती है। इसलिए नियमित रूप से गणेश पूजा करनी चाहिए।
बुद्धि और ज्ञान का विकास
धर्म शास्त्रों में इस बात का विवरण मिलता है कि भगवान गणेश की पूजा करने से बुद्धि में बढ़ोतरी होती है, जिस व्यक्ति को जीवन में सफलता और तरक्की चाहिए या जो व्यक्ति बुद्धिमान बनना चाहता है उसे नियमित रूप से भगवान गणेश की पूजा करनी चाहिए।
आती है सहनशीलता
कहते हैं भगवान गणेश जी की पूजा करने से व्यक्ति में सहनशीलता का विकास होता है। भगवान गणेश जी के बड़े-बड़े कान इसी बात का प्रतीक है कि भगवान गणेश भक्त की बातों को ध्यानपूर्वक सूनते हैं। इसलिए कहते हैं कि भगवान गणेश की पूजा से इंसान अपने अंदर छिपी शक्ति पर ध्यान देने लगता है और उसमें सहनशीलता का विकास होता है।
आत्मा की शुद्धि होती है
भगवान गणेश की श्रद्धापूर्वक पूजा की जाए, तो उसकी आत्मा शुद्ध हो जाती है। पूजा करने से सभी नकारात्मक शक्तियां दूर हो जाती हैं।