दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना क्‍यों होता है अशुभ? झेलने पड़ते हैं ऐसे कष्‍ट… | Sanmarg

दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोना क्‍यों होता है अशुभ? झेलने पड़ते हैं ऐसे कष्‍ट…

Fallback Image

कोलकाता : वास्तु शास्त्र में हर दिशा का अलग महत्‍व बताया गया है। साथ ही हर दिशा की अलग ऊर्जा होती है। इसलिए वास्‍तु शास्‍त्र में हर काम के लिए सही और गलत दिशाएं बताई गई हैं। इसमें सोने के लिए भी सही दिशा और गलत दिशा बताई गई हैं। यदि सोने में कोई गड़बड़ी हो या अच्‍छी नींद नहीं ली जाए तो व्‍यक्ति की सेहत पर बहुत बुरा असर पड़ता है।अच्‍छी सेहत के लिए पर्याप्‍त और सुकून भरी नींद लेना जरूरी है। वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार गलत दिशा में सोने से मानसिक बीमारी, तनाव, थकान और नकारात्मक ऊर्जा घेर लेती है। आइए जानते हैं कि वास्तु के अनुसार किस दिशा में सिर करके सोने से जीवन पर क्‍या असर पड़ता है।

सोने की सही दिशा

दक्षिण दिशा: वास्‍तु शास्‍त्र के अनुसार दक्षिण दिशा की ओर सिर रखकर सोना सबसे ज्‍यादा शुभ होता है। अच्छी नींद के लिए इस दिशा को बहुत उत्तम माना गया है। दक्षिण दिशा की ओर सिर करके सोने से जातक को जीवन में सुख, समृद्धि, अच्छा स्वास्थ्य, सौभाग्य, सफलता और धन मिलता है। वह तरक्‍की करता है. उसकी निर्णय क्षमता अच्‍छी रहती है। सोच सकारात्‍मक रहती है, पति-पत्‍नी के लिए भी दक्षिण दिशा में सिर करके सोना अच्‍छा रहता है।

पूर्व दिशा: पूर्व दिशा की ओर सिर रखकर सोने से व्‍यक्ति की स्मरण शक्ति और एकाग्रता बढ़ती है। करियर में नए मौके मिलते हैं। अच्‍छी नींद मिलती है। व्‍यक्ति का आध्यात्मिकता की ओर झुकाव बढ़ता है। उसका पढ़ाई में मन लगता है।

पश्चिम दिशा: जो व्यक्ति तनाव में रहता है या अनजाने भय, चिंता से पीड़ित रहता है, उसे पश्चिम दिशा की ओर सिर रखकर सोना चाहिए। ऐसा करनेसे मन शांत रहता है।

उत्‍तर दिशा: वास्तु शास्‍त्र के अनुसार उत्तर दिशा की ओर कभी भी सिर रखके नहीं सोना चाहिए। वास्तु में सोने के लिए उत्तर दिशा को सबसे अशुभ माना गया है। उत्तर दिशा में सिर करके सोने से नकारात्‍मक ऊर्जा मिलती है। व्‍यक्ति को कई बीमारियां घेर लेती हैं। उसकी नींद में रुकावट आती है। इससे जीवन के दिन कम होते हैं, आयु कम होती है। उत्तर दिशा की ओर केवल मृत शरीर का सिर रखा जाता है।

 

 

Visited 514 times, 1 visit(s) today
शेयर करे
0
0

Leave a Reply

ऊपर