कोलकाता : रविवार का दिन भगवान सूर्य को समर्पित माना जाता है। सूर्य देव बेहद कल्याणकारी ग्रह हैं। ऐसे में रविवार व्रत बेहद फलदाई माना जाता है। ऐसी मान्यता है कि रविवार का व्रत करने से सूर्यदेव की कृपा बरसती है। रोग, बीमारी, कष्ट, दुविधा दूर होते हैं। जीवन में खुशहाली आती है। रविवार व्रत की शुरुआत आप किसी भी महीने के शुक्ल पक्ष वाले रविवार को कर सकते हैं। वैसे भादव माह के रविवार से इस व्रत का आरंभ करना बेहद शुभ होता है। इस व्रत का पालन 51, 30 या 12 रविवार तक करना चाहिए। चलिए अब रविवार व्रत की कथा, मंत्र, आरती, महत्व और पूजा विधि जान लेते हैं।