पुरुषोत्तम मास में तुलसी पूजा का विशेष विधान, ये 5 उपाय दिलाएंगे …

पुरुषोत्तम मास में तुलसी पूजा का विशेष विधान, ये 5 उपाय दिलाएंगे …
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कोलकाता : सनातन धर्म में अधिक मास तथा पुरुषोत्तम मास का विशेष महत्व होता है। धार्मिक मान्यता के मुताबिक, इस माह में देवी-देवताओं की उपासना करने से विशेष लाभ भी मिलता है। 18 जुलाई से शुरू हुआ पुरुषोत्तम मास आगामी 16 अगस्त को समाप्त होगा। इस मास में भगवान शिव की उपासना करने से जीवन में आई बाधाएं दूर हो जाती हैं। इतना ही नहीं इस महीने अगर नियमित रूप से तुलसी की पूजा करें तो जीवन में सुख समृद्धि की भी प्राप्ति होने लगती है। मलमास के माह में तुलसी पूजा से जुड़े कुछ उपाय करने से आर्थिक समस्या दूर होती है और धन आता है।

ये पांच उपाय करें
1- सनातन धर्म में तुलसी पूजा का अधिक महत्व माना जाता है। ऐसी स्थिति में अधिक मास की पंचमी तिथि के दिन तुलसी के पौधे में गन्ने का रस अर्पित करना चाहिए। ऐसा करने से धन की प्राप्ति होती है।
2- तुलसी की पूजा करते समय "महाप्रसाद जननी सर्व सौभाग्यवर्धिनी, आधि व्याधि हरा नित्यं तुलसी त्वं नमोस्तुते\" इन मंत्रों का जप करना चाहिए। ऐसा करने से माता लक्ष्मी जल्द प्रसन्न होती हैं और जातक को सुख समृद्धि प्राप्त होती है।
3- तुलसी के पत्ते को तोड़कर एक लाल कपड़े में बांधकर अगर आप तिजोरी में रखते हैं तो आपकी आर्थिक समस्याएं दूर होंगी। धन लाभ होगा। सांयकाल में तुलसी के पौधे पर घी का दीपक जलाना चाहिए। ऐसा करना बहुत प्रभावशाली माना जाता है।
4- पुरुषोत्तम मास में सुबह ब्रह्म मुहूर्त में उठकर आसमान का ध्यान करने के बाद तुलसी के पौधे पर जल अर्पित करना चाहिए। जल अर्पित करते समय "ॐ नमो भगवते वासुदेवाय नमः' मंत्र का जप करना चाहिए। रविवार और एकादशी के दिन खास कर ऐसा न करें।
5- पुरुषोत्तम मास में आप तुलसी के पौधे की परिक्रमा जरूर करें। परिक्रमा करते समय अपनी मनोकामना को मन ही मन में दोहराएं। साथ ही तुलसी के पौधे पर लाल चुनरी अर्पित करें। ऐसा अगर आप करते हैं तो सुख और समृद्धि की भी प्राप्ति होगी।

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