Sawan 7th Somwar and Nag Panchami 2023: आज सावन महीने का सातवां सोमवार है, इसके साथ ही इस दिन नागपंचमी का त्योहार भी मनाया जाएगा। 24 साल बाद ऐसा अद्भुत संयोग बन रहा है, जब नागपंचमी सोमवार के दिन पड़ रहा है। सावन का महीना भगवान भोलेनाथ को अत्याधिक प्रिय है और भोलेनाथ अपने गले में सांप को लपेटकर रखते हैं, शिव और नाग दोनों का दिन एक साथ होने से इस दिन का महत्व और ज्यादा बढ़ जाएगा। साथ ही सोमवार को शुभ नामक योग बनेगा और चित्रा नक्षत्र भी रहेगा।
नाग पंचमी 2023
हिंदू पंचांग के अनुसार, पंचमी तिथि 20 अगस्त को रात 12 बजकर 24 मिनट से शुरू होगी और अगले दिन 21 अगस्त को रात 1 बजे तक रहेगी। उदयातिथि के अनुसार, नागपंचमी का त्योहार 21 अगस्त को मनाया जाएगा। नागपंचमी का यह पर्व 24 सालों बाद सोमवार के दिन पड़ रहा है, जिससे इसका महत्व और बढ़ जाएगा।
नाग पूजा का महत्व
नागपंचमी के दिन नाग पूजन का विशेष महत्व माना जाता है, इस दिन नाग देवता को दूध अर्पित करके विधिपूर्वक उनका पूजन करने का विधान है। नाग पंचमी के दिन होरा में नाग पूजन का विशेष महत्व माना जाता है। सोमवार को सुबह सूर्योदय के बाद 5 बजकर 57 बजे से 6 बजकर 57 बजे तक चंद्रमा की होरा में नाग पूजन करने से सर्प दोष से मुक्ति मिलेगी।
सोमवार और नाग पंचमी को बनने वाले शुभ योग
शुभ योग- 20 अगस्त रात 09 बजकर 59 मिनट से 21 अगस्त रात 10 बजकर 21 मिनट तक
शुक्ल योग- 21 अगस्त रात 10 बजकर 21 मिनट से 22 अगस्त रात 10 बजकर 18 मिनट तक
पूजा मुहूर्त- 21 अगस्त सुबह 06 बजकर 21 मिनट से सुबह 08 बजकर 53 मिनट तक
उत्तम मुहूर्त- 21 अगस्त सुबह 09 बजकर 31 मिनट से सुबह 11 बजकर 06 मिनट तक
प्रदोष काल मुहूर्त- 21 अगस्त शाम 05 बजकर 27 मिनट से रात 08 बजकर 27 मिनट तक
नाग पंचमी के दिन ऐसे करें नाग देवता का पूजन
नाग पंचमी के दिन घर के दरवाजे पर सांप की आकृति बनाकर पूजन का विधान है। नागपंचमी के दिन घर के दरवाजे पर नाग देवता की आकृति बनाकर हल्दी, चावल और फूल चढ़ाकर नाग देवता का पूजन करें। इसके बाद नाग देवता को दूध अर्पित करें।