कोलकाता : हिंदू धर्म में दान का विशेष महत्त्व होता है। धार्मिक मान्यता है कि दान देने से पुण्यलाभ होता है और जीवन खुशहाल रहता है। इससे शुभ फलों की प्राप्ति होती है। मृत्यु के बाद मोक्ष की प्राप्ति होती है। परंतु दान यदि गुप्त रखा जाये तो इसका महत्व और पुण्य लाभ कई गुना बढ़ जाता है। ज्योतिष में कहा गया है कि दान जैसे शुभ कार्य करने से ग्रह दोष भी शांत होते हैं। दान कई तरह के होते हैं, परन्तु तीन प्रकार के दान को बहुत महत्व दिया गया है। ये हैं –नित्यदान, नैमित्तिक दान और काम्य दान।
धार्मिक मान्यता कि गुप्त दान से भी पुण्यलाभ प्राप्त होता है। जो दान देने के बाद किसी से भी बताया न जाए। उसे गुप्त दान कहते हैं। कहा जाता है कि इन चीजों का गुप्त दान करके अपनी सोई किस्मत जगाई जा सकती है। नीचे लिखे चीजों के दान करने से देवी-देवताओं की कृपा बरसती है और भक्तों को रातों-रात मालामाल कर देती हैं।
पानी का दान
मौजूदा समय में गर्मी बहुत तेज हो रही है। इस समय लोगों को पानी की अत्यधिक जरूरत होती है। ऐसे में पथिकों या राहगीरों को पानी पिलाना बहुत ही पुण्य दायक काम होता है। गुप्त दान के इच्छुक लोग जगह –जगह पर मटके रखवा सकते हैं। प्याऊ बनवाकर लोगों को पीने के लिए पानी की व्यवस्था कर सकते हैं।
भंडारा
किसी भूखे या जरूरत मंद को खाना खिलाना बहुत ही पुण्य का काम होता है। जो लोग गुप्त दान देने के इच्छुक हैं, उन्हें मंदिरों, अनाथालयों और गरीबों में खाना बनवाकर बांटना चाहिए। ऐसे लोगों को भोजन करवाने से देवी – देवता अति प्रसन्न होते हैं और मां लक्ष्मी की कृपा बरसती है। उनके आशीर्वाद से आपकी सोई किस्मत जाग जाती है।
सत्तू और गुड़ का दान
शास्त्रों में गुड़ के दान का विशेष महत्त्व बताया गया है। मान्यता है कि गर्मी में सत्तू और गुड़ का दान करने से लोगों को भूख से तो तृप्ति मिलती ही है। इसके अलावा उन्हें गर्मी से होने वाली बीमारियों के प्रभाव को भी कम करती हैं। धार्मिक मान्यता है कि गुड़ के दान से सुख समृद्धि आती है। इससे न केवल देवी- देवता ही प्रसन्न होते हैं, बल्कि पितरों का भी आशीर्वाद प्राप्त होता है।