अपमानित होने का डर, विश्वविद्यालय नहीं जा रहे आरबीयू के वीसी

अपमानित होने का डर, विश्वविद्यालय नहीं जा रहे आरबीयू के वीसी
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सन्मार्ग संवाददाता
कोलकाता : रवींद्र भारती विश्वविद्यालय के वीसी शुभ्रकमल मुखोपाध्याय गत सोमवार को विश्वविद्यालय में नहीं गये और मंगलवार को उन्होंने कहा कि फिलहाल वह कैंपस में नहीं जायेंगे। विश्वविद्यालय में उन्हें अपमानित किया जा सकता है। सुरक्षा में कमी को लेकर उन्होंने पुलिस व राज्यपाल को भी पत्र भेजा है। सूत्रों के अनुसार, सब कुछ जानने के बाद राज्यपाल डॉ. सी. वी. आनंदा बोस ने उन्हें घर से ही काम करने का निर्देश दिया है। वीसी शुभ्रकमल मुखोपाध्याय ने कहा, 'विश्वविद्यालय में मेरी सुरक्षा की उपयुक्त व्यवस्था नहीं होने तक मैं नहीं जाऊंगा, घर से ही काम करूंगा। सुरक्षा के लिये क्या-क्या करना होगा, यह मैंने रजिस्ट्रार को बताया है।' यहां उल्लेखनीय है कि गत 5 जुलाई को राज्यपाल ने आरबीयू के अस्थायी वीसी की नियुक्ति की थी। यहां वीसी पद को लेकर लंबे समय से समस्या चल रही है। इससे पहले आरबीयू में निर्माल्यनारायण चक्रवर्ती वीसी थे। शुभ्रकमल ने कहा, 'वे भूल गए हैं कि वे विश्वविद्यालय के कर्मचारी हैं, राज्य सरकार के नहीं। भले ही राज्य पैसा दे, लेकिन वे सभी विश्वविद्यालय के कर्मचारी हैं।' उन्होंने कहा कि गत शुक्रवार को एक ऐसी स्थिति उत्पन्न हुई जिसने मुझे डरा दिया। उस दिन यूनिवर्सिटी में एक मीटिंग थी। मैंने बैठक के बाद कोलकाता पुलिस के डीसी नॉर्थ को फोन किया क्योंकि मुझ पर इस्तीफा पत्र लिखने के लिए दबाव डाला जा सकता था। डीसी ने लिखित में शिकायत देने को कहा जिसके बाद मैंने सिंथी थाने में शिकायत भेजी। इसके बाद सादी वर्दी में पुलिस आई और मुझे यूनिवर्सिटी से बाहर ले गयी। उसके बाद मैं यूनिवर्सिटी नहीं गया।शुभ्रकमल ने कहा, 'तृणमूल का कर्मचारी संगठन ऐसा कर रहा है। वे तृणमूल के हैं क्योंकि हर कोई ममता बनर्जी व अभिषेक बनर्जी के नाम पर नारे लगाता है।' शुभ्रकमल का दावा है कि कर्मचारी संघ इसलिए आपत्ति जता रहा है क्योंकि राज्यपाल ने उन्हें नियुक्त किया है।

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