

रिसर्च में सामने आया है कि ओमेगा-3 फैटी एसिड ज्यादा खाने से ड्राई आईज के लक्षणों से राहत मिल सकती है। ये फैट शरीर में सूजन को कम करने के लिए जाना जाता है। इससे आंखों में ज्यादा और अच्छी क्वालिटी के टिअर बनते हैं। अलसी के बीज, अलसी के तेल, ताड़ के तेल, सोयाबीन ऑयल, चिया के बीजों, फैटी फिश जैसे कि टूना, सैल्मन और मैकेरल, अखरोट एवं अंडे में ओमेगा-3 फैटी एसिड भरपूर होता है।
आंखों के टिअर यानी आंसू तेल, पानी और म्यूकस के बने होते हैं। आंखों में नमी और स्वस्थ रहने के लिए इन तीनों चीजों की जरूरत होती है। ड्राई आईज में तेल बनाने वाली ग्रंथियां अवरूद्ध हो सकती हैं। इसके लिए एक साफ कपड़े को गर्म पानी में भिगोकर आंखों पर एक मिनट तक लगाएं।
पहले तो आंखों को खोलकर पानी की छींटे मारें और फिर बेबी शैंपू से आंखों को बंद करके उंगलियों से हल्की मसाज करें। ध्यान रहे बेबी शैंपू आंखों के अंदर न जाए । इससे सूजन को कम किया जा सकता है।
एसी की हवा के कारण भी आंखों का पानी जल्दी सूख सकता है। ऐसे चश्मे का इस्तेमाल करें जो आंखों को पूरी तरह से कवर कर सके। घर पर ड्रायर, एसी या पंखे का आंखों के बिलकुल नजदीक इस्तेमाल न करें।
टी बैग
ब्लैक टी में एंटी-बैक्टीरियल गुण होते हैं। कुछ मिनट के लिए टी बैग को गर्म पानी में छोड़ दें और फिर बाहर निकालकर थोड़ा ठंडा होने दें। अब टी बैग्स को आंखों पर पांच से 10 मिनट के लिए रखें।
अगर उपरोक्त उपायों से आपको आराम नहीं मिल रहा है और आपको ज्यादा दिक्कत महसूस हो रही है तो आपको तुरंत नेत्र विशेषज्ञ को दिखाना चाहिए। आंखों में जलन और सूजन, दर्द, आंख में चोट लगने पर, आंखों से किसी तरह का डिस्चार्ज होने पर,ध्यान रखने पर भी आंखों में लगातार सूखापन रहना ये संकेत देता है कि आपको आंखों के डॉक्टर के पास चेकअप करवाने जाना चाहिए।