कोलकाता : 3 जुलाई को आषाढ़ शुक्ल पक्ष की उदया तिथि पूर्णिमा और सोमवार का दिन है। पूर्णिमा तिथि 3 जुलाई को शाम 5 बजकर 9 मिनट तक रहेगी, उसके बाद श्रावण कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि लग जाएगी। 3 जुलाई को स्नान-दान की आषाढ़ी पूर्णिमा है। आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा के नाम से भी जाना जाता है। हमारा भारत देश अनेक परंपराओं का साक्षी रहा है। इन्हीं परंपराओं में से एक है गुरु-शिष्य परंपरा। प्राचीनकाल से ही भारत देश महान गुरु और उनके शिष्यों की जन्मस्थली रहा है।
गुरु भारतीय संस्कृति का एक अहम हिस्सा हैं और उस संस्कृति को याद रखने के लिए ही आषाढ़ महीने की पूर्णिमा को गुरु पूर्णिमा का नाम दिया गया है। गुरु पूर्णिमा के सापेक्ष में यह भी माना जाता है कि इसी दिन वेद व्यास जी ने वेदों का संकलन किया था और कई पुराणों, उपपुराणों व महाभारत की रचना भी इसी दिन पूर्ण हुई थी। इसलिए इस दिन को व्यास पूर्णिमा भी कहा जाता है। गुरु पूर्णिमा सभी गुरुओं को याद करने का, उन्हें नमन करने का दिन है।
गुरु पूर्णिमा के दिन करें ये खास उपाय