क्या काला चश्मा पहने से नहीं फैलेगा आई फ्लू?

क्या काला चश्मा पहने से नहीं फैलेगा आई फ्लू?
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कोलकाता : आई फ्लू या कंजंक्टिवाइटिस आंखों का एक वायरल इंफेक्शन है जिससे कई परेशानियां पैदा होती हैं, जैसे आंखों का लाल होना, पलकें सूजना, आंखों में जलन और आंसू आना शामिल है। मौसम में अचानक बदलाव आने से ये संक्रमण ज्यादा तेजी से फैलता है। यही वजह है कि आई फ्लू के मरीजों को साफ सफाई रखने की सलाह दी जाती है, लेकिन कुछ लोग एक्सट्रा केयर की कोशिश में आंखों पर काला चश्मा लगा लेते हैं और सोचते हैं कि इससे दूसरों को ये वायरस नहीं फैलेगा। आइए जानते हैं ऐसा करना सही है या नहीं।

काले चश्मा लगाने से होगा बचाव?

काला चश्मा लगाने से आप भले ही अपनी आंखों तो तेज रोशनी, धूल, मिट्टी से बचा सकते हैं, लेकिन अगर आप सोचते हैं कि ऐसा करने से दूसरे लोगों को ये बीमारी नहीं फैलेगी तो ये महज एक अफवाह है। इस बात में कोई सच्चाई नहीं। आई फ्लू से संक्रमित मरीजों से नजरें मिलाने से वायरस नहीं फैलता।

डॉक्टर काले चश्मे पहनने की सलाह क्यों देते हैं?

कंजंक्टिवाइटिस के पेशेंट तेज रोशनी को लेकर थोड़े ज्यादा सेंसेटिव हो जाते हैं, साथ ही अगर उनकी आंखों में धूल या मिट्टी पड़ जाए तो तकलीफ बढ़ने लगती है। काले चश्मे से आंखों को फौरी राहत तो मिल जाती है, लेकिन इसका इंफेक्शन फैलाने या संक्रमण फैलने से रोकने का कोई लेना देना नहीं है।

आई फ्लू कैसे फैलता है?

1. जब कोई आई फ्लू का पेशेंट आंखे मलता है और फिर किसी सेहतमंद इंसान से हाथ मिलाता है। अगर हेल्दी शख्स अपने संक्रमित हाथों से अपने आंखों को छूता है तो इससे कंजंक्टिवाइटिस फैलता है।

2. जिस इंसान को कंजंक्टिवाइटिस है उसका तौलिया, तकिया, या बेड का इस्तेमाल नहीं करना चाहिए क्योंकि इससे आपकी आंखें भी संक्रमित हो सकती हैं

आई फ्लू से बचने के लिए क्या करें?

1. जब आई फ्लू की बीमारी फैली हुई हो तो आप अपनी आंखों को बेवजह छूने से बचें। अगर आंखे खुजलाना जरूरी हो, तो सबसे पहले अपने हाथों को साबुन से धो लें।

2. किसी और को अपनी बेड, तकिया, चादर या रूमाल इस्तेमाल करने न दें, वरना आपको भी ये बीमारी आसानी से शिकार बना सकती है।

3. बिना डॉक्टर की सलाह लिए कोई भी आई ड्रॉप या आंखों के मरहम का इस्तेमाल न करें।

4. भीड़भाड़ वाले इलाकों में जाने से परहेज करें और नियमित तौर से हाथ धोते रहें।

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