विधाननगर : कोलकाता के पाइक पाड़ा में रहने वाली आकांक्षा झा ने 2010 में सेंट स्टीफन स्कूल से कक्षा 10वीं की परीक्षा पास करने के बाद डॉक्टर बनने का सपना देखा था। उनकी इस सोच ने उन्हें नीट की परीक्षा में सफलता प्रदान की एवं उन्हें मुर्शिदाबाद मेडिकल कॉलेज में बतौर डॉक्टर शिक्षा प्राप्त करने का मौका मिला। एमबीबीएस की पढ़ाई पूरी करने के बाद उन्होंने टाटा मेडिकल सेंटर में कोरोना के दौरान बतौर मेडिकल प्रैक्टिशनर काम किया। इसके बाद उनके मन में ख्याल आया कि डॉक्टर की सेवा एक एक व्यक्ति का इलाज करना है लेकिन समाज में एक साथ बड़े पैमाने पर सेवा करना है तो उन्हें यूपीएससी क्रैक करना होगा।