मालदह के रहने वाले ने कह दी योगी आदित्यनाथ को इतनी बड़ी बात | Sanmarg

मालदह के रहने वाले ने कह दी योगी आदित्यनाथ को इतनी बड़ी बात

 शाहीन बाग से शेख अताउल की गिरफ्तारी पर हंगामा, परिवार और गांववाले बोले- वह बांग्लादेशी नहीं है
200 वर्षों से रह रहे हैं इस गांव में
सन्मार्ग संवाददाता
मालदह/कोलकाता : उत्तर प्रदेश पुलिस द्वारा दिल्ली-एनसीआर से मालदह के रहने वाले एक युवक को गिरफ्तार किया गया है जिसने यूपी के मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को जान से मारने की धमकी दी थी। पुलिस सूत्रों ने बताया कि अभियुक्त शेख अताउल मालदह के रतुआ का रहने वाला है। वह एनसीआर क्षेत्र में रिक्शा चालक है। यूपी पुलिस ने उसके पास से एक पिस्तौल, चाकू और कुछ आपत्तिजनक तस्वीरें भी बरामद की हैं। पुलिस के अनुसार, अताउल ने बांग्लादेश में मौजूदा हालाताें का एक मिनट का एक वीडियो बनाकर सोशल मीडिया पर डाला था जिसमें उसे यूपी के सीएम को जान से मारने की धमकी देते हुए भी देखा गया। नोयडा सेक्टर 39 थाने की पुलिस ने उसके खिलाफ एफआईआर भी करायी है। बंगाल पुलिस द्वारा लोगों को भ्रामक खबरें ना फैलाने हेतु सतर्क किया गया है। भवानी भवन के एक वरिष्ठ अधिकारी ने कहा, ‘इस घटना को लेकर भ्रामक खबरें फैलायी गयी तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी। अ​भियुक्त युवक का बैकग्राउंड चेक किया गया है और हमें बांग्लादेश से युवक का कोई संबंध नहीं मिला। उसका परिवार झारखण्ड का है और काफी समय पहले यहां आकर बस गया है।’
परिवार वाले हैं चिंतित
गिरफ्तारी के बाद रतुआ थाना क्षेत्र के बाहाराल मध्य साहपुर गांव में तनाव फैल गया क्योंकि शेख अताउल का घर इसी गांव में है। गांव वाले और उसके परिवार के सदस्य इस घटना से बेहद चिंतित हैं। गांववालों का कहना है कि शेख अताउल बचपन से मानसिक तौर पर असंतुलित है और छोटी-छोटी बातों पर गुस्सा करता है। वह पिछले कुछ महीनों से दिल्ली में काम कर रहा था, जहां कभी रिक्शा चलाता था तो कभी टोटो। गांव वाले मानते हैं कि शायद दिल्ली में पत्रकारों के सवालों के कारण अताउल ने मुख्यमंत्री के खिलाफ टिप्पणी की लेकिन उसके परिवार और गांव वालों ने उसकी टिप्पणी का समर्थन नहीं किया है। गांव के निवासी शेख इसराइल ने कहा कि अताउल का स्वभाव थोड़ा उग्र था, जैसा कि उसकी मां का भी था। हालांकि उसने जिस भाषा में मुख्यमंत्री पर हमला बोला वह पूरी तरह से गलत था और वे इसके लिए शर्मिंदा हैं। उन्होंने यह भी कहा कि अताउल के पास कोई बंदूक नहीं थी और शायद पुलिस ने उसे डराकर गलत बयान दिलवाया था।
पिता ने कहा, हम बांग्लादेशी नहीं, 200 वर्षों से इस गांव में रह रहे हैं
अताउल के पिता उस्मान गनी ने कहा कि अताउल मेरा बेटा है, लेकिन वह बचपन से ही उल्टी-सीधी बातें करता है और अचानक गुस्सा हो जाता है। यह बात गांव के सभी लोग जानते हैं। उन्होंने कहा कि हम शर्मिंदा हैं कि उसने मुख्यमंत्री के बारे में ऐसी बात की लेकिन उसके पास कोई बंदूक नहीं है, उसे फंसाया गया है। हम बांग्लादेशी भी नहीं हैं। हमारे पूर्वज इस गांव में 200 वर्षों से अधिक समय से रहते आये हैं।
परिवार ने मुख्यमंत्री से की माफ करने की अपील
अताउल के बेटे शेख शहाबुद्दीन ने अपने पिता की टिप्पणी की निंदा करते हुए कहा कि मैंने फेसबुक पर पापा का वीडियो देखा, जिसमें वह मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ के बारे में टिप्पणी कर रहे थे। हालांकि पुलिस ने उन्हें गिरफ्तार कर लिया और बांग्लादेशी कहकर आरोप लगाया, यह पूरी तरह से निराधार है। हम कई वर्षों से इस गांव के निवासी हैं। गांव वाले भी पुलिस के बांग्लादेशी होने के आरोप को नकारते हुए दावा कर रहे हैं कि अताउल का परिवार इस गांव का काफी पुराना परिवार है। अताउल के परिवार ने मुख्यमंत्री से अपील की है कि वह उनके बेटे को माफ कर दें और उसे रिहा करें।

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