Shaniwar Upay: शनिवार के दिन इस पूजा से दूर होंगे शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के …

Shaniwar Upay: शनिवार के दिन इस पूजा से दूर होंगे शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के …
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कोलकाता : नवग्रहों में से एक शनिदेव का जिक्र जब कभी भी आता है तो लोगों के मन में सनसनी सी मच जाती है क्योंकि कुंडली में इससे जुड़े दोष के कारण व्यक्ति को तमाम तरह के कष्ट भोगने पड़ते हैं। हिंदू धर्म में शनि ग्रह को न्याय का देवता और कर्मों का दंड देने वाले देवता के रूप में पूजा जाता है। ज्योतिष के अनुसार राजा हो या फिर रंक, उसकी कुंडली में एक बार शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती जरूर आती है। शनि की ढैय्या और साढ़ेसाती के कष्टों को दूर करने वाले सरल उपाय जानने के लिए पढ़ें ये लेख।

ज्योतिष के अनुसार जब कभी भी कुंडली में शनि से संबंधित कोई दोष उत्पन्न होता है या फिर कहें शनि की ढैय्या या साढ़ेसाती आती है तो व्यक्ति को आर्थिक, मानसिक और शारीरिक परेशानियों का सामना करना पड़ता है। किसी भी व्यक्ति की कुंडली में शनि की ढैय्या ढाई साल और साढ़ेसाती साढ़े सात साल तक चलती है। शनि की साढ़ेसाती तीन 3 चरणों से होकर गुजरती है, जिसमें पहले चरण में व्यक्ति को भूमि, भवन, संपत्ति आदि की समस्याएं झेलनी पड़ती हैं। साढ़ेसाती का दूसरा चरण ज्यादा पीड़ादायक माना गया है। साढ़ेसाती के दूसरे चरण में व्यक्ति को पैसे की किल्लत बनी रहती है और बेवजह के वाद-विवाद में फंसता चला जाता है। साढ़ेसाती का तीसरा चरण पहले दो चरण के मुकाबले थोड़ा कम कष्ट देने वाला होता है। यदि आप भी इन दिनों शनि की ढैय्या या फिर साढ़ेसाती से परेशान हैं तो आपके लिए नीचे दिये गये शनि के 10 उपाय किसी वरदान से कम नहीं हैं।

  • शनिवार के दिन शनि चालीसा का पाठ करें।
  • किसी शनि मंदिर में जाकर सरसों के तेल में काला तिल डालकर दीपक जलाएं और लोहा, तेल, काला कपड़ा अथवा काली उड़द का दान करें।
  • शनि की साढ़ेसाती से बचने के लिए सात मुखी रुद्राक्ष को विधि-विधान से धारण करें।
  • शनि देव की कृपा प्राप्त करने के लिए शनिवार के दिन धतूरे की जड़ को धारण करें।
  • शनिवार की सुबह पीपल पेड़ में जल अर्पित करें और शाम को पेड़ के निचे दीपक जलाएं।
  • हनुमत उपासना करें तथा बजरंगी की कृपा पाने के लिए हनुमान चालीसा का पाठ करें।
  • शनिवार के दिन शराब, मांस, मछली आदि तामसिक चीजों का सेवन बिल्कुल बंद कर दें।
  • प्रतिदिन सूर्य देव को जल चड़ाएं , इससे शनि देव भी प्रसन्न होते हैं।
  • किसी भी वृद्ध, गरीब, मजदूर और लाचार व्यक्ति की सहायता करें।
  • चींटियों ओर मछलियों को आंटा खिलाएं। इससे नकारात्मक फल में कमी आती है।

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