चक्रवात मोंथा से हुए नुकसान का आकलन करेगा केंद्रीय दल
अमरावती : चक्रवात मोंथा से आंध्र प्रदेश के छह जिलों में हुए नुकसान का आकलन करने के लिए सात-सदस्यीय केंद्रीय दल सोमवार और मंगलवार को राज्य का का दौरा करेगा। गृह मंत्रालय की संयुक्त सचिव पौसुमी बसु के नेतृत्व में अंतर-मंत्रालयी केंद्रीय दल (आईएमसीटी) चक्रवात प्रभावित क्षेत्रों का निरीक्षण कर नुकसान का आकलन करेगा।
आंध्र प्रदेश राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एपीएसडीएमए) के प्रबंध निदेशक प्रखर जैन ने कहा, ‘केंद्रीय दल प्रभावित क्षेत्रों का दो दिन तक दौरा करेगा एवं नुकसान का जायजा लेगा तथा प्रभावित परिवारों से सीधे बातचीत करेगा।’
जैन के अनुसार, सोमवार को पहली टीम बापटला जिले का दौरा करेगी, जबकि दूसरी टीम कृष्णा, एलुरु और पूर्वी गोदावरी जिलों का दौरा करेगी। अगले दिन, टीम प्रकाशम और कोनासीमा जिलों का दौरा करेंगी।
उन्होंने बताया कि केंद्रीय टीम में कृषि, व्यय, जल संसाधन, राजमार्ग, ग्रामीण विकास, ऊर्जा और अंतरिक्ष विभागों के अधिकारी शामिल हैं, जो भारत सरकार के विभिन्न मंत्रालयों का प्रतिनिधित्व करते हैं।
जैन ने कहा कि ये टीम क्षेत्रीय निरीक्षण करेंगी, कृषि, आवास एवं बुनियादी ढांचे को हुए नुकसान की समीक्षा करेंगी और सरकारी मूल्यांकन एवं सहायता के लिए चक्रवात के प्रभाव पर रिपोर्ट तैयार करेंगी।
यह दौरा आंध्र प्रदेश के तटीय जिलों में चक्रवात मोंथा के कारण हुई व्यापक तबाही के बाद किया जा रहा है। इस चक्रवात के कारण भारी बारिश के दौरान फसलों को बहुत नुकसान हुआ, बुनियादी ढांचे को नुकसान पहुंचा और प्रभावित परिवारों को विस्थापन का सामना करना पड़ा।
एपीएसडीएमए के अनुसार, केंद्रीय टीम की रिपोर्ट राज्य को राहत, पुनर्वास और बुनियादी ढांचे की बहाली गतिविधियों में तेजी लाने के लिए केंद्रीय सहायता हेतु अपने ज्ञापन को अंतिम रूप देने में मदद करेगी।
गौरतलब है कि 28 अक्टूबर 2025 की शाम/रात चक्रवात मोंथा आंध्र प्रदेश तट, काकीनाडा के पास, मछलीपट्टनम और कलिंगपट्टनम के बीच टकराया जिसके बाद भरी बारिश और तेज़ हवाओं से जन-जीवन अस्त-व्यस्त हो गया था।
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