
बेंगलुरू : अपने नाम से होने वाले भालाफेंक टूर्नामेंट में भाग लेने जा रहे दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा का मानना है कि यह भारतीय एथलेटिक्स में नये अध्याय की शुरूआत है और ऐसे कुछ और विश्व स्तरीय टूर्नामेंट यहां होने चाहिये। नीरज चोपड़ा क्लासिक शनिवार को यहां श्री कांतीरावा स्टेडियम में होगा। चोपड़ा ने टूर्नामेंट से पहले प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘मुझे लग रहा है कि यह सपने जैसा है। पदक अलग बात है। लेकिन मैने भारत और भारतीय एथलेटिक्स को ऐसा कुछ दिया है जिसकी मुझे खुशी है। यह हमारे एथलेटिक्स में नये अध्याय की शुरूआत है।’
उन्होंने कहा, ‘जिस तरह से हर ओर से इसे सहयोग मिल रहा है। सरकार, कर्नाटक ओलंपिक संघ, विश्व एथलेटिक्स और प्रायोजकों की ओर से। मुझे लगता है कि हम इस टूर्नामेंट को और बेहतर बना सकते हैं।’ चोपड़ा ने कहा कि वह भारत में एथलेटिक्स स्पर्धाओं को अमेरिका या यूरोपीय देशों में नियमित तौर पर होने वाले टूर्नामेंटों के समकक्ष बनाना चाहते हैं। उन्होंने कहा, ‘यह भारत में अंतरराष्ट्रीय स्पर्धाओं की शुरूआत है। जर्मनी और अन्य देशों में ए, बी और सी श्रेणी के अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंट हर सप्ताह होते हैं। मैं भारत में भी कम से कम चार, पांच या छह ऐसी स्पर्धायें देखना चाहता हूं। खिलाड़ियों को मौका मिलना चाहिये और लोगों को उन्हें खेलते देखना चाहिये। यह खेल के लिये अच्छा होगा।’
एनसी क्लासिक की तैयारियों में जुटे चोपड़ा का फोकस अपने प्रदर्शन पर भी है। उन्होंने कहा, ‘मेरे भीतर का खिलाड़ी हमेशा तैयार रहता हूं। यही वजह है कि मैं तैयारियों में भी जुटा हूं। मेरी टीम भी बहुत कुछ प्रबंधन देख रही है। मैं काफी अभ्यास भी कर रहा हूं।’ चोपड़ा की नजरें सितंबर में तोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप पर भी लगी हैं। उन्होंने कहा, ‘कल की प्रतियोगिता काफी अहम है । इसके बाद हम विश्व चैंपियनशिप की तैयारी करेंगे। कोच (जान जेलेंजी) यहां पहुंच गए हैं और मैने उनके साथ कल जिम में अभ्यास किया। विश्व चैंपियनशिप से पहले हमें ऐसे ही टूर्नामेंट की जरूरत थी।’