

रांची: दक्षिण अफ्रीका के साथ शुरू होने जा रही वनडे शृंखला का पहला मैच रांची में खेला जायेगा। इसके मद्देनजर भारत की तयारी पूरी है। मेजबान टीम टेस्ट शृंखला में मिली हार का बदला लेने के लिए उत्सुक है। लेकिन भारतीय टीम के पास कई चुनौतियां है जिनसे पार पाना आसान नहीं होगा।
गंभीर के लिए परीक्षा की घड़ी
दक्षिण अफ्रीका से टेस्ट श्रृंखला में दोनों मैच में हारने के बाद मुख्य कोच गौतम गंभीर भी जांच के दायरे में हैंं हालांकि उनके पद को किसी तरह का खतरा नहीं है क्योंकि उनका अनुबंध 2027 में होने वाले वनडे विश्व कप तक है। टेस्ट में मिली हार के बाद उनके रणनीतिक फैसलों और टीम चयन पर सवाल उठे। मुख्य कोच का पद संभालने के बाद से उनकी यह दूसरी बड़ी विफलता थी। ऐसे में यहां वनडे श्रृंखला गंभीर के लिए अपनी स्थिति मजबूत करने और सीमित ओवरों में भारत की दिशा को स्पष्ट करने का एक अहम मौका है।
भारतीय एकादश अभी तय नहीं
इस श्रृंखला में भी भारतीय एकादश अभी तक तय नहीं हुई है और कई सीनियर खिलाड़ी टीम में नहीं हैं। जसप्रीत बुमराह और मोहम्मद सिराज को आराम दिया गया है, जबकि नियमित कप्तान शुभमन गिल और श्रेयस अय्यर चोटिल हैं। उनकी अनुपस्थिति न केवल टीम की बल्लेबाजी को कमजोर करती है, बल्कि कार्यवाहक कप्तान केएल राहुल और मुख्य कोच गंभीर को भी अपनी भूमिकाएं और जिम्मेदारियां निभाने के लिए बाध्य करती है।
मध्यक्रम की बल्लेबाजी कमजोर
मध्यक्रम की पहेली और भी नाज़ुक है। प्रबंधन को यह तय करना होगा कि ऑलराउंडर के तौर पर वाशिंगटन सुंदर को चुना जाए या फिर नितीश कुमार रेड्डी को। तिलक वर्मा ने खुद को भरोसेमंद बल्लेबाज साबित किया है और टीम प्रबंधन उन्हें अंतिम एकादश में रखना चाहेगा। यह भी देखना होगा कि अगर कप्तान केएल राहुल विकेटकीपिंग करते हैं तो क्या ऋषभ पंत को अंतिम एकादश में जगह मिलेगी या नहीं। बुमराह और सिराज की अनुपस्थिति में गेंदबाजी विभाग की जिम्मेदारी प्रसिद्ध कृष्णा, अर्शदीप सिंह, हर्षित राणा और कुलदीप यादव पर होगी।
दक्षिण अफ्रीका का मनोबल बढ़ा हुआ है
दक्षिण अफ्रीका टेस्ट श्रृंखला में जीत के बाद आत्मविश्वास के साथ श्रृंखला में उतरेगा। वह इस प्रारूप में अपनी लय बरकरार रखने के लिए उत्सुक होगा। तेज गेंदबाज कागिसो रबाडा और एनरिक नोर्किया की अनुपस्थिति से गेराल्ड कोएट्जी और नांद्रे बर्गर जैसे गेंदबाजों के लिए भारतीय परिस्थितियों में जिम्मेदारी संभालने का रास्ता खुल गया है, जबकि बाएं हाथ के स्पिनर केशव महाराज एक बार फिर धीमी पिचों पर अहम भूमिका निभाएंगे। दक्षिण अफ्रीका का बल्लेबाजी विभाग मजबूत है जिसमें क्विंटन डी कॉक, कप्तान तेम्बा बावुमा, मैथ्यू ब्रीट्ज़के, डेवाल्ड ब्रेविस और टोनी डी जॉर्जी आदि शामिल है।