मोहन बागान पर जुर्माना

AFC की अनुशासनात्मक और आचरण समिति ने फैसला सुनाया कि मौजूदा इंडियन सुपर लीग चैंपियन ने सेपाहान एससी के खिलाफ ग्रुप चरण के मैच के लिए ईरान जाने से इनकार करने के बाद 2025-26 एएफसी चैंपियंस लीग दो से गलत तरीके से नाम वापस ले लिया
फाइल फोटो
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कोलकाता : भारतीय फुटबॉल अपने घरेलू सत्र के अधर में लटके होने के कारण जब अभूतपूर्व अनिश्चितता का सामना कर रहा है तब एशियाई फुटबॉल परिसंघ (AFC) ने बुधवार को देश के शीर्ष क्लब मोहन बागान सुपर जाइंट को तिहरा झटका देते हुए 2025-26 AFC चैंपियंस लीग दो से हटने के लिए उस पर महाद्वीपीय प्रतियोगिता में खेलने से प्रतिबंध और 1,00,729 डॉलर (लगभग 91 लाख रुपये) का जुर्माना लगाया। AFC की अनुशासनात्मक और आचरण समिति ने फैसला सुनाया कि मौजूदा इंडियन सुपर लीग चैंपियन ने सेपाहान एससी के खिलाफ ग्रुप चरण के मैच के लिए ईरान जाने से इनकार करने के बाद 2025-26 एएफसी चैंपियंस लीग दो से गलत तरीके से नाम वापस ले लिया। इसके लिए टीम पर एएफसी प्रतियोगिता से एक सत्र का प्रतिबंध लगा दिया।

अपने फैसले संख्या वीवीसी 20251217डीसी21 में समिति ने कोलकाता के इस दिग्गज क्लब को एसीएल टू प्रतियोगिता नियमों के नियम पांच (प्रतियोगिता से नाम वापस लेना) का उल्लंघन करने का दोषी ठहराया क्योंकि ग्रुप चरण शुरू होने के बाद क्लब अपना मैच पूरा करने में विफल रहा। प्रतिबंधों के तहत टीम पर 50,000 डॉलर का जुर्माना लगाया गया। इसके अलावा उन्हें एएफसी और सेपाहान एफसी को ‘नुकसान और क्षति के लिए मुआवजे के तौर पर 50,729 डॉलर’ का भुगतान करने का आदेश दिया गया और अगली AFC क्लब प्रतियोगिता में भाग लेने से अयोग्य घोषित कर दिया गया जिसके लिए वे अन्यथा योग्य होते। यह प्रतिबंध 2027-28 सत्र तक प्रभावी रहेगा।

समिति ने यह भी फैसला सुनाया कि मोहन बागान 2025-26 एसीएल दो सत्र में अपनी भागीदारी से जुड़ी सभी सब्सिडी खो देगा जिसमें भागीदारी शुल्क, प्रदर्शन बोनस और यात्रा सब्सिडी शामिल है। एएफसी द्वारा पहले से भुगतान की गई कोई भी राशि फैसले की सूचना दिए जाने के 30 दिन के भीतर वापस करनी होगी। आदेश में कहा गया है, ‘मुआवजा इस फैसले की सूचना दिए जाने की तारीख से 30 दिन के भीतर एएफसी को भुगतान किया जाएगा’ एक अलग फैसले (वीवीसी 20251217डीसी08) में एएफसी समिति ने 18 नवंबर 2025 को बांग्लादेश के खिलाफ भारत के एएफसी एशियाई कप 2027 अंतिम दौर क्वालीफायर के दौरान दूसरे हाफ को फिर से शुरू करने में देरी के लिए अखिल भारतीय फुटबॉल महासंघ (एआईएफएफ) पर एक हजार डॉलर का जुर्माना लगाया।

समिति ने पाया कि एआईएफएफ के प्रतिनिधियों ने दूसरे हाफ की शुरुआत में एक मिनट और 43 सेकेंड की देरी की जिससे एएफसी प्रतियोगिता संचालन मैनुअल के नियम दो का उल्लंघन हुआ। एक अन्य फैसले (वीवीसी 20251217डीसी19) में एएफसी समिति ने 22 अक्टूबर को सऊदी अरब के अल नासर के खिलाफ एएफसी चैंपियंस लीग दो ग्रुप चरण मैच के दौरान स्टेडियम की सुरक्षा सुनिश्चित करने में विफल रहने के लिए एफसी गोवा पर पांच हजार डॉलर का जुर्माना लगाया।

मोहन बागान ने क्या कहा

इस फैसले को ‘पक्षपातपूर्ण’ बताते हुए मोहन बागान के एक अधिकारी ने कहा कि उनका मामला पहले से ही लुसाने स्थित खेल पंचाट (कैस) में लंबित है जो अंतरराष्ट्रीय खेल संबंधी कानूनी विवादों को सुलझाने के लिए सर्वोच्च या अंतिम मध्यस्थ निकाय है और वे ‘समाधान की उम्मीद कर रहे थे’। उन्होंने कहा, ‘यह हमारे क्लब के खिलाफ एक पक्षपातपूर्ण फैसला है। हमारा मामला कैस में लंबित है और हम समाधान की उम्मीद कर रहे हैं। हालांकि क्लब जुर्माना भर सकता है।’

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