

नयी दिल्ली : देश में पहली बार 10 अगस्त को भुवनेश्वर में आयोजित होने वाली विश्व एथलेटिक्स कॉन्टिनेंटल टूर कांस्य स्तर की प्रतियोगिता में पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा आकर्षण का केंद्र होगी। प्रतियोगिता की पुरुषों की भाला फेंक स्पर्धा में दो भारतीयों और इतने ही श्रीलंकाई खिलाड़ियों के भाग लेने की उम्मीद है। दो बार के ओलंपिक पदक विजेता नीरज चोपड़ा इसमें भाग नहीं ले रहे हैं लेकिन सचिन यादव और यशवीर सिंह भारत की चुनौती का नेतृत्व करेंगे जबकि श्रीलंकाई सुमेदा रणसिंघे और रुमेश थरंगा पथिरगे अपनी दावेदारी पेश करेंगे। इस एक दिवसीय प्रतियोगिता की कुल पुरस्कार राशि 25,000 अमेरिकी डॉलर है।
रणसिंघे ने सितंबर में होने वाली विश्व एथलेटिक्स चैंपियनशिप में सीधे प्रवेश हासिल कर लिया है जबकि पथिरगे, यादव और सिंह के विश्व रैंकिंग कोटा के जरिए इस प्रतियोगिता में जगह बनाने की संभावना है। भारतीय एथलेटिक्स महासंघ (एएफआई) के अध्यक्ष बहादुर सिंह सागू ने प्रेस कांफ्रेंस में कहा, ‘यह देश का पहला कॉन्टिनेंटल टूर टूर्नामेंट है। हम एक सफल प्रतियोगिता की उम्मीद कर रहे हैं ताकि दुनिया को पता चले कि हम इस तरह के टूर्नामेंट की मेजबानी कर सकते हैं।’ कलिंगा स्टेडियम में आयोजित होने वाली इस प्रतियोगिता में 19 स्पर्धाओं में 17 देशों के 160 एथलीट भाग लेंगे। इन 160 एथलीटों में से 97 भारत से हैं जबकि बचे 63 विदेश के हैं।