लक्ष्य सेन बने चैंपियन, भारत का नाम किया रौशन

लक्ष्य ने कहा, ‘इस सत्र में मैंने काफ़ी उतार-चढ़ाव देखे। सत्र की शुरुआत में कुछ चोटें भी लगीं। लेकिन मैंने पूरे सत्र में कड़ी मेहनत की और अब जीत के साथ सत्र का अंत करके मैं बहुत खुश हूं।
लक्ष्य सेन बने चैंपियन, भारत का नाम किया रौशन
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नई दिल्ली : लक्ष्य सेन ने 475,000 डॉलर इनामी आस्ट्रेलियाई ओपन सुपर 500 बैडमिंटन टूर्नामेंट के पुरुष एकल फाइनल में जापान के युशी तनाका को हराकर सत्र का अपना पहला खिताब जीतकर अंतरराष्ट्रीय सर्किट पर मुश्किल दौर का अंत किया। पेरिस ओलंपिक में चौथे स्थान पर रहने के बाद खराब दौर से गुजरने वाले अल्मोड़ा के 24 वर्षीय खिलाड़ी सेन ने शानदार प्रदर्शन करते हुए 26 वर्षीय तनाका को 38 मिनट में 21-15, 21-11 से हराया।

लक्ष्य ने कहा, ‘इस सत्र में मैंने काफ़ी उतार-चढ़ाव देखे। सत्र की शुरुआत में कुछ चोटें भी लगीं। लेकिन मैंने पूरे सत्र में कड़ी मेहनत की और अब जीत के साथ सत्र का अंत करके मैं बहुत खुश हूं। मैं बहुत उत्साहित हूं और अगले सत्र का इंतजार कर रहा हूं। इस टूर्नामेंट में मैंने जिस तरह का प्रदर्शन किया उससे वास्तव में मैं बहुत खुश हूं।’ विश्व चैंपियनशिप 2021 के कांस्य पदक विजेता लक्ष्य ने इससे पहले आखिरी बार 2024 में लखनऊ में सैयद मोदी इंटरनेशनल में सुपर 300 खिताब जीता था। वह इस साल सितंबर में हांगकांग सुपर 500 में उपविजेता रहे थे।

इस वर्ष ऑर्लियंस मास्टर्स सुपर 300 खिताब जीतने वाले विश्व के 26वें नंबर के खिलाड़ी तनाका का सामना करते हुए लक्ष्य ने शानदार नियंत्रण और तेजतर्रार खेल का नमूना पेश किया तथा एक भी गेम गंवाए बिना मुकाबला अपने नाम कर लिया। इस जीत से मौजूदा राष्ट्रमंडल खेल चैंपियन लक्ष्य इस सत्र में बीडब्ल्यूएफ विश्व टूर खिताब जीतने वाले दूसरे भारतीय बन गए। इससे पहले आयुष शेट्टी ने अमेरिकी ओपन सुपर 300 टूर्नामेंट जीता था।

भारत के अन्य खिलाड़ियों में सात्विकसाईराज रंकीरेड्डी और चिराग शेट्टी हांगकांग और चीन मास्टर्स के फाइनल में पहुंचे थे, जबकि किदाम्बी श्रीकांत भी साल की शुरुआत में मलेशिया मास्टर्स में उपविजेता रहे थे। लक्ष्य ने आत्मविश्वास से भरी शुरुआत की और 6-3 की बढ़त बना ली, जबकि तनाका ने कई गलतियां कीं। इसके बाद दोनों खिलाड़ियों के बीच कड़ा मुकाबला देखने को मिला और तनाका ने अंतर 7-9 कर दिया, लेकिन जापानी खिलाड़ी ने एक और शॉट नेट पर उलझा दिया जिससे भारतीय खिलाड़ी ने इंटरवल तक तीन अंक की बढ़त हासिल कर ली।

लक्ष्य का हौसला बढ़ाने के लिए बड़ी संख्या में भारतीय दर्शक मौजूद थे और इस खिलाड़ी ने उन्हें निराश नहीं किया। तनाका ने अपने ज़ोरदार स्मैश और लक्ष्य की एक गलती का फायदा उठाकर स्कोर 12-13 कर दिया। लेकिन लक्ष्य ने जापान के खिलाड़ी को वापसी का मौका नहीं दिया तथा बैकहैंड स्मैश और एक और ज़बरदस्त क्रॉस-कोर्ट विनर के साथ 17-13 से चार अंकों की बढ़त बना ली। लक्ष्य ने इसके बाद पांच गेम प्वाइंट हासिल किए और तनाका की एक और गलती से पहला गेम अपने नाम कर दिया।

लक्ष्य ने कहा कि मैच की अच्छी शुरुआत करना महत्वपूर्ण था। उन्होंने कहा, ‘अच्छी शुरुआत करना और आखिर तक लय बनाए रखना महत्वपूर्ण था। पहले गेम में मुकाबला बराबरी का था। दूसरे गेम में मैंने अच्छी शुरुआत की और आखिर तक बढ़त बनाए रखी। मैं ज्यादा नहीं सोच रहा था और मैंने अपना पूरा ध्यान प्रत्येक अंक जीतने पर लगाया। ’

दूसरा गेम एकतरफा रहा क्योंकि लक्ष्य ने तेज और सपाट रिटर्न से अपना दबदबा बनाए रखा। तनाका ने अपने स्मैश से उन्हें परेशान करने की कोशिश की लेकिन वे चुनौती देने के लिए पर्याप्त नहीं थे। लक्ष्य आक्रामक होकर खेल रहे थे जिससे वह 8-4 से आगे हो गए। उन्होंने इसके बाद भी दबाव बनाए रखा और इंटरवल तक छह अंकों की बढ़त हासिल कर ली।

जापान का खिलाड़ी इंटरवल के बाद भी किसी तरह की चुनौती पेश नहीं कर पाया तथा लक्ष्य ने जल्द ही अपनी बढ़त 17-8 कर दी। उन्होंने जल्द ही नेट के पास एक और बेहतरीन शॉट लगाकर 10 मैच प्वाइंट हासिल किए और फिर एक तेज़ क्रॉस-कोर्ट रिटर्न से खिताब अपने नाम पर पक्का कर दिया।

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