नई दिल्ली: ऑस्ट्रेलिया की घातक गेंदबाजी चौकड़ी, जिसमें पैट कमिंस, मिशेल स्टार्क, जोश हेजलवुड और नाथन लियोन शामिल हैं, ने पर्थ में खेले जा रहे पहले बॉर्डर-गावस्कर ट्रॉफी टेस्ट के दौरान इतिहास रच दिया। ये चारों गेंदबाज टेस्ट क्रिकेट में एक साथ खेलते हुए 500 विकेट लेने वाली पहली चौकड़ी बन गए हैं। मैच के पहले सत्र में, स्टार्क और हेजलवुड ने शानदार गेंदबाजी करते हुए दो-दो विकेट झटके, जिससे यह ऐतिहासिक आंकड़ा पूरा हुआ। ऑस्ट्रेलियाई मीडिया आउटलेट एबीसी स्पोर्ट के मुताबिक, ये आंकड़ा टेस्ट क्रिकेट के इतिहास में एक मील का पत्थर है। ऑस्ट्रेलिया की यह चौकड़ी अपने शुद्ध आंकड़ों के आधार पर महानतम में से एक मानी जा रही है।
- नाथन लियोन: 530 विकेट (130 मैच)
- मिशेल स्टार्क: 360 विकेट (90 मैच)
- जोश हेजलवुड: 275 विकेट (71 मैच)
- पैट कमिंस: 269 विकेट (63 मैच)
यह टीम अब इंग्लैंड के जेम्स एंडरसन, स्टुअर्ट ब्रॉड, बेन स्टोक्स और मोईन अली की चौकड़ी से काफी आगे निकल चुकी है, जिनके नाम एक साथ 415 विकेट हैं। भारतीय टीम की बल्लेबाजी पर्थ के तेज पिच पर ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों के सामने टिक नहीं पाई और पूरी टीम सिर्फ 150 रनों पर सिमट गई। भारतीय टीम के बल्लेबाजों के पास न तो रन बनाने का मौका मिला और न ही लंबे समय तक क्रीज पर टिकने की क्षमता दिखाई।
भारत की प्लेइंग इलेवन:
केएल राहुल, यशस्वी जयसवाल, देवदत्त पडिक्कल, विराट कोहली, ऋषभ पंत (विकेटकीपर), ध्रुव जुरेल, नितीश रेड्डी, वाशिंगटन सुंदर, हर्षित राणा, जसप्रीत बुमराह (कप्तान), मोहम्मद सिराज
ऑस्ट्रेलिया की प्लेइंग इलेवन:
उस्मान ख्वाजा, नाथन मैकस्वीनी, मार्नस लाबुशेन, स्टीवन स्मिथ, ट्रैविस हेड, मिशेल मार्श, एलेक्स कैरी (विकेटकीपर), पैट कमिंस (कप्तान), मिशेल स्टार्क, नाथन लियोन, जोश हेजलवुड ऑस्ट्रेलियाई गेंदबाजों ने दिखा दिया कि उनकी चौकड़ी क्यों सबसे बेहतरीन मानी जाती है, और भारत के लिए अब इस मुकाबले में वापसी करना बड़ी चुनौती होगी।