दिल्ली ग्रैंडमास्टर ओपन सात जून से

दुनिया भर के 15 से अधिक देशों के 20 ग्रैंडमास्टर्स सहित ढाई हजार से अधिक खिलाड़ी सात से 14 जून तक यहां होने वाले दिल्ली इंटरनेशनल ओपन ग्रैंडमास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट के 21वें सत्र में तीन रेटिंग आधारित वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे
फाइल फोटो
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नयी दिल्ली : दुनिया भर के 15 से अधिक देशों के 20 ग्रैंडमास्टर्स सहित ढाई हजार से अधिक खिलाड़ी सात से 14 जून तक यहां होने वाले दिल्ली इंटरनेशनल ओपन ग्रैंडमास्टर्स शतरंज टूर्नामेंट के 21वें सत्र में तीन रेटिंग आधारित वर्ग में प्रतिस्पर्धा करेंगे। अखिल भारतीय शतरंज महासंघ (एआईसीएफ) के तत्वावधान में दिल्ली शतरंज संघ द्वारा आयोजित इस टूर्नामेंट की कुल इनामी राशि रिकॉर्ड 1.21 करोड़ रुपये है। यह फिडे विश्व चैंपियनशिप सर्किट की एक प्रमुख प्रतियोगता है। श्रेणी ए अंतरराष्ट्रीय स्तर पर रेटिंग हासिल करने वाले सभी खिलाड़ियों के लिए खुली है जिसकी इनामी राशि 51 लाख रुपये है। श्रेणी बी और सी क्रमशः 1900 और 1700 से कम रेटिंग वाले खिलाड़ियों के लिए है और प्रत्येक वर्ग की इनामी राशि 35 लाख रुपये है। सभी मैच स्विस सिस्टम प्रारूप के तहत फिडे नियमों के अनुसार खेले जाएंगे।

दिल्ली शतरंज संघ के अध्यक्ष भरत सिंह चौहान ने एक विज्ञप्ति में कहा, ‘पिछले दो दशक में दिल्ली ग्रैंडमास्टर ओपन ने ना केवल भारत में शतरंज की प्रगति के साथ तालमेल बनाए रखा है बल्कि इसे आगे बढ़ाने में भी मदद की है।’ उन्होंने कहा, ‘हमने खेल को हाशिये से मुख्यधारा में आते देखा है और यह टूर्नामेंट भागीदारी के पैमाने से लेकर प्रतिस्पर्धा की गहराई और इसे समर्थन देने वाले बुनियादी ढांचे तक, हर मायने में उस बदलाव को दर्शाता है। हर टूर्नामेंट के साथ हम देश में एक स्थायी, उच्च प्रदर्शन वाली शतरंज संस्कृति की नींव को मजबूत कर रहे हैं।’ श्रेणी ए के मुकाबलों में क्लासिकल टाइम कंट्रोल का इस्तेमाल किया जाएगा जिसमें शुरुआती 90 मिनट और हर चाल के बाद 30 सेकेंड का इजाफा होगा। 

शीर्ष तीन खिलाड़ियों को क्रमश: सात लाख, छह लाख और पांच लाख रुपये की इनामी राशि मिलेगी जबकि सभी शीर्ष दस खिलाड़ियों को एक लाख रुपये या उससे अधिक का पुरस्कार दिया जाएगा। श्रेणी ए में सर्वश्रेष्ठ महिला खिलाड़ी और सर्वश्रेष्ठ विदेशी खिलाड़ी को एक लाख रुपये का विशेष पुरस्कार दिया जाएगा।

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