सिडनी : ऑस्ट्रेलिया के पूर्व तेज गेंदबाज ब्रेट ली ने भारतीय टीम को एक ऐसी ‘मजबूत टीम’ बताया है जो किसी के सामने झुकना नहीं चाहती। उन्होंने साथ ही अपने हमवतन खिलाड़ियों को आगाह किया जो आगामी पांच मैचों की टेस्ट सीरीज में टीम इंडिया से भिड़ेंगे। बेंगलुरु में पहले टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत की आठ विकेट की हार के बाद ली की यह प्रतिक्रिया आई है। भारत की नजरें लगातार तीसरी बार विश्व टेस्ट चैंपियनशिप के लिए क्वालिफाई करने पर टिकी हैं और टीम बोर्डर-गावस्कर ट्रॉफी में अपने खिताब की रक्षा के लिए अगले महीने ऑस्ट्रेलिया का दौरा करेगी।
ली ने कहा, ‘आज के दिन और पीढ़ी में भारत शक्तिशाली टीम है जो किसी के सामने झुकना नहीं चाहती। उन्हें पता है कि कैसे जीत दर्ज करनी है और उन्हें पता है कि वे ऑस्ट्रेलिया को कैसे हरा सकते हैं। उन्हें पता है कि वे न्यूजीलैंड को कैसे हरा सकते हैं। उन्हें पता है कि वे किसी भी दिन किसी भी टीम को हरा सकते हैं।’
बेंगलुरु टेस्ट में न्यूजीलैंड के खिलाफ भारत के प्रदर्शन पर ली ने कहा कि उन्हें लगता है कि वे शायद ‘बैजबॉल’ (बेहद आक्रामक होकर खेलने की रणनीति) से प्रभावित हो गए थे जिसके कारण कुछ खराब शॉट खेले। ली ने कहा, ‘भारत रक्षात्मक होकर नहीं खेलना चाहता। शायद बैजबॉल दुनिया भर के अन्य क्रिकेटरों को भी प्रभावित कर रहा है।’ उन्हेंने कहा, ‘मुझे लगता है कि भारत जिस तरह खेला उस पर उन्हें गर्व नहीं होगा। उन्होंने कुछ बेहद ढीले शॉट खेले।’
आसमान में छाए बादलों के बीच पहले बल्लेबाजी करने का भारत का फैसला टीम पर भारी पड़ा जो पहली पारी मे सिर्फ 46 रन पर ढेर हो गई। यह घरेलू सरजमीं पर एक पारी में टीम का सबसे कम स्कोर है। ली ने कहा कि टीम को ‘जोखिम कारक पर विचार करने’ की आवश्यकता है और उन्होंने कहा कि भारतीयों को परिस्थितियों का बेहतर आकलन करना चाहिए था।
उन्होंने कहा, ‘आपको जोखिम कारक पर भी विचार करना होगा। कई बार ऐसा होता है जब आपको सोचना पड़ता है, ‘ठीक है, शायद आज बड़े शॉट काम नहीं कर रहे हैं’। ली ने कहा, ‘बस थोड़ा सा संयम रखें। मुझे नहीं लगता कि उन्होंने परिस्थितियों का उतनी जल्दी आकलन किया जितना उन्हें करना चाहिए था।’ ऑस्ट्रेलिया दौरे पर रवाना होने से पहले न्यूजीलैंड के खिलाफ भारतीय टीम पुणे (24-28 अक्टूबर) और मुंबई (एक से पांच नवंबर) में दो टेस्ट मैच और खेलेगी।