
नयी दिल्ली : एशियाई चैंपियन और राष्ट्रीय रिकॉर्ड धारक 100 मीटर बाधा दौड़ धाविका ज्योति याराजी को ‘कुछ दिन पहले’ ट्रेनिंग के दौरान घुटने में चोट लग गई जिससे सितंबर में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए उनकी उम्मीदों को बड़ा झटका लगा है। एशियाई खेलों में रजत पदक जीतने वाली याराजी के पास सितंबर में टोक्यो में होने वाली विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई करने का अच्छा मौका है लेकिन हाल में लगी चोट उनकी उम्मीदों पर पानी फेर सकती है। राष्ट्रीय रिकॉर्ड (12.78 सेकेंड) धारक याराजी ने इंस्टाग्राम पर लिखा, ‘कुछ दिन पहले ट्रेनिंग के दौरान मेरे घुटने में दुर्भाग्यपूर्ण चोट लगने के कारण मुझे ब्रेक लेना पड़ा।’
पिछले साल पेरिस ओलंपिक के बाद चोटिल होने के बाद मौजूदा सत्र में वापसी करने वाली 25 वर्षीय याराजी ने कहा, ‘मैं अपने विकल्पों का आकलन करने और भविष्य पर निर्णय लेने के लिए अपनी मेडिकल टीम के साथ काम कर रही हूं।’ याराजी ने अब तक 12.73 सेकेंड के सीधे क्वालीफिकेशन समय को पार नहीं किया है लेकिन मई में एशियाई चैंपियनशिप में स्वर्ण जीतने के दौरान उनके 12.96 सेकेंड के प्रयास ने उन्हें उन 16 खिलाड़ियों में शामिल कर दिया है जो विश्व रैंकिंग के माध्यम से विश्व चैंपियनशिप में जगह बना सकते हैं।
याराजी वर्तमान में उन खिलाड़ियों के बीच 12वें स्थान पर हैं जो विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से विश्व चैंपियनशिप में जगह बना सकते हैं लेकिन इसके लिए उन्हें प्रतियोगिताओं में भाग लेकर अपना स्थान बनाए रखना होगा। एथलीट दो तरीकों से विश्व चैंपियनशिप के लिए क्वालीफाई कर सकते हैं- पहला, क्वालीफाइंग स्तर को हासिल करके सीधा प्रवेश और दूसरा, विश्व रैंकिंग कोटा के माध्यम से। क्वालीफिकेशन की समय-सीमा 24 अगस्त तक है। याराजी को 2024 पेरिस ओलंपिक के बाद फिनलैंड में प्रशिक्षण के दौरान कूल्हे में चोट लगी थी जिसके कारण उनकी ट्रेनिंग पर असर पड़ा। मौजूदा सत्र की शुरुआत में याराजी ने अपनी तकनीक में बदलाव किया।
उन्होंने कहा, ‘चोटें एथलीट के सफर का हिस्सा होती हैं और मैं इसे एक और बाधा के रूप में देख रही हूं जिसे मैं आप सभी के समर्थन और आशीर्वाद से जल्द ही पार कर लूंगी। मैं और अधिक मजबूत होकर वापस आऊंगी।’ याराजी ने फरवरी में उत्तराखंड राष्ट्रीय खेलों में 100 मीटर बाधा दौड़ और 200 मीटर दौड़ में स्वर्ण पदक जीता। उन्होंने एशियाई चैंपियनशिप खिताब का बचाव करने से पहले फेडरेशन कप में 100 मीटर बाधा दौड़ में शीर्ष स्थान हासिल किया। उनका पिछला खिताब सात जून को ताइवान एथलेटिक्स ओपन में आया।