

गुरूग्राम : निवर्तमान अजय सिंह गुरुवार को लगातार तीसरी बार भारतीय मुक्केबाजी महासंघ के अध्यक्ष बन गए जिन्होंने लंबे इंतजार के बाद हुए चुनाव में जसलाल प्रधान को हराया। कानूनी लड़ाई के बीच छह महीने से अधिक समय से स्थगित हुए ये चुनाव निर्वाचन अधिकारी राजेश टंडन और बीएफआई की अंतरिम समिति के प्रमुख सिंगापुर के फैरूज मोहम्मद की मौजूदगी में हुए जिन्हें विश्व मुक्केबाजी ने पर्यवेक्षक के तौर पर भेजा था। विश्व मुक्केबाजी के अध्यक्ष बोरिस वान डेर वोर्स्ट और महासचिव माइक मैकएटी चुनाव में पर्यवेक्षक होने थे लेकिन उन्होंने इसमें भाग नहीं लिया। खेल मंत्रालय और भारतीय ओलंपिक संघ ने भी कोई पर्यवेक्षक नहीं भेजा।
स्पाइसजेट एयरलाइंस के प्रबंध निदेशक सिंह ने चुनाव 40-26 से जीता। महासंघ के नये महासचिव उत्तर प्रदेश के प्रमोद कुमार होंगे जिन्होंने असम के हेमंता कलीता की जगह ली। कलीता लगातार दो बार चार साल का कार्यकाल पूरा करने के बाद चुनाव लड़ने से अयोग्य हो गए थे चूंकि पदाधिकारी को बीच में विश्राम की अवधि पूरी करनी होती है। तमिलनाडु के पोन भास्करन कोषाध्यक्ष चुने गए। चुनाव का नतीजा दिल्ली उच्च न्यायालय में चल रहे मामले के परिणाम पर निर्भर करेगा।
कई प्रदेश ईकाइयों ने बीएफआई के दैनंदिनी कामकाज का संचालन कर रही अंतरिम समिति द्वारा किये गए सांवैधानिक संशोधनों को चुनौती दी थी। चुनाव पहले 28 मार्च को होने थे लेकिन कई याचिकाओं, अपीलों और प्रति अपीलों के कारण स्थगित होते गए। जीत के बाद अजय सिंह ने कहा, ‘मुझे खुशी है कि हम वह अच्छा काम जारी रख सकेंगे जो बीएफआई पिछले आठ साल से कर रहा है।’ उन्होंने कहा ,‘भारत की विश्व रैंकिंग आठ साल पहले 44 थी जो अब चार है। मुझे अपार संतोष है कि भारतीय मुक्केबाज अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में चमक बिखेर रहे हैं।’