हॉकी खिलाड़ियों को अतिरिक्त भत्ता

खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को यहां मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘हॉकी इंडिया की ओर से बार बार यह अनुरोध आ रहा था जिसे मंजूरी दे दी गई है
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भारतीय हॉकी टीम की फाइल फोटो
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नयी दिल्ली : भारतीय हॉकी को आगामी महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों से पहले प्रोत्साहन देने की कवायद में खेल मंत्रालय ने पहली बार हॉकी खिलाड़ियों को भी 25000 रुपये प्रतिमाह अतिरिक्त भत्ता (आउट आफ पॉकेट अलाउंस) देने को मंजूरी दी है। मिशन ओलंपिक सेल (एमओसी) की गुरुवार को हुई 156वीं बैठक में ‘टारगेट ओलंपिक पोडियम’ (टॉप्स) योजना के तहत 80 हॉकी खिलाड़ियों को यह भत्ता देने का फैसला लिया गया । खेलमंत्री मनसुख मांडविया ने शुक्रवार को यहां मीडिया से अनौपचारिक बातचीत में कहा, ‘हॉकी इंडिया की ओर से बार बार यह अनुरोध आ रहा था जिसे मंजूरी दे दी गई है। इसके तहत 80 हॉकी खिलाड़ियों (40 पुरुष और 40 महिला) को प्रतिमाह 25000 रुपये ‘आउट आफ पॉकेट’ भत्ता (ओपीए) दिया जायेगा जो टॉप्स योजना के तहत खिलाड़ियों को मिलता है।’

उन्होंने कहा, ‘हमारा लक्ष्य यही है कि खिलाड़ी प्रदर्शन पर फोकस करे और देश के लिये पदक जीतें।’ टॉप्स के तहत कोर समूह के खिलाड़ियों को 50000 रूपये और डेवलपमेंटल खिलाड़ियों को 25000 रुपये प्रतिमाह ओपीए दिया जाता है। वहीं टारगेट एशियन गेम्स ग्रुप (टीएजीजी) में शामिल खिलाड़ियों को 50000 रूपये प्रतिमाह ओपीए मिलता है। इसके लिये हॉकी इंडिया खिलाड़ियों हर महीने भारतीय खेल प्राधिकरण (साई) को 80 खिलाड़ियों की सूची सौपेगा जिसके मायने है कि इसमें बदलाव की भी गुंजाइश होगी। इसमें मूल रूप से सीनियर कोर ग्रुप में शामिल खिलाड़ी और जूनियर खिलाड़ी भी होंगे जो नियमित रूप से राष्ट्रीय टीमों का हिस्सा हैं। हॉकी इंडिया के अध्यक्ष दिलीप टिर्की ने इस फैसले का स्वागत करते हुए कहा कि इससे खिलाड़ियों का आगामी महत्वपूर्ण टूर्नामेंटों से पहले मनोबल और बढेगा।

टिर्की ने भाषा से कहा, ‘हम मंत्रालय को धन्यवाद देना चाहते हैं जिसने यह अहम फैसला लिया। हमारे खिलाड़ियों को विश्व कप, ओलंपिक और एशियाई खेल जैसे अहम टूर्नामेंट खेलने हैं और उनका मनोबल इस पहल से काफी बढेगा।’ पिछले कुछ वर्षों में भारतीय हॉकी का ग्राफ ऊपर की ओर बढा है। टोक्यो ओलंपिक 2020 में भारत ने 41 साल बाद कांस्य पदक जीता जबकि महिला टीम ऐतिहासिक प्रदर्शन करते हुए चौथे स्थान पर रही थी। भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने पेरिस ओलंपिक में कांस्य पदक बरकरार रखा। वहीं ग्वांग्झू एशियाई खेलों में भारतीय पुरुष हॉकी टीम ने स्वर्ण पदक जीता था। हॉकी खिलाड़ियों को अपने नियोक्ताओं से वेतन मिलता है जबकि क्रिकेट की तर्ज पर ग्रेड के आधार पर अनुबंध व्यवस्था शुरू करने पर हॉकी इंडिया पिछले कुछ साल से विचार कर रहा है। इसके अलावा ओलंपिक और एशियाई खेलों समेत अंतरराष्ट्रीय टूर्नामेंटों में अच्छा प्रदर्शन करने पर पुरस्कार राशि मिलती है।

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