

सोना देव
सिलीगुड़ी : पश्चिम बंगाल के राज्यपाल सीवी आनंद बोस ने मालदह में शरण लिये मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावितों से मिलने के बाद जातिगत हिंसा के खिलाफ सख्त रुख अपनाया है। उन्होंने कहा राज्य में इस तरह की हिंसा को कभी बर्दाश्त नहीं किया जायेगा। राज्यपाल ने कहा मुर्शिदाबाद में जातिगत वर्चस्व का प्रयास गलत है। एक वर्ग दूसरे वर्ग पर अत्याचार कर रहा है। उन्होंने कहा लोकतंत्र इस तरह से काम नहीं करता है। इसके खिलाफ संवैधानिक दायरे में रह कर कार्रवाई की जायेगी। राज्यपाल शुक्रवार को मालदह में शरण लिये मुर्शिदाबाद के हिंसा प्रभावितों से बातचीत कर उनकी शिकायतें सुनी व उनकी भावनाओं को समझा। उन्होंने महिलाओं से लेकर बच्चों से भी बात की। राज्यपाल ने कहा मुर्शिदाबाद में लोगों पर जिस तरह से अत्याचार किया गया, कोई सभ्य समाज उसे बर्दाश्त नहीं कर पायेगा। बंगाल के लोगों की प्रतिबद्धता है कि हिंसा के खिलाफ आवाज उठायी जाएगी। कोई भी व्यक्ति डर में नहीं जीयेगा। राज्य में लोकतंत्र कायम रहेगा। किसी जाति का वर्चस्व नहीं। राज्य में कहीं भी हिंसा को रोकने के लिए सरकार को जो करना है करेगी। पीड़ितों ने राज्यपाल से गुहार लगायी कि वे अपने घर लौटना चाहते हैं। लेकिन इससे पहले उन्होंने राज्यपाल से अपनी सुरक्षा सुनिश्चित करने की मांग की। सीवी आनंद बोस ने कहा ये लोग प्रभावित अपने क्षतिग्रस्त घरों की मरम्मत चाहते हैं। उन्होंने कहा उनके क्षतिग्रस्त घरों की मदद के लिए सरकार की ओर से हरसंभव सहयोग किया जायेगा। भोजन-पानी सब कुछ उपलब्ध कराया जायेगा। हिंसा को लेकर जो भी वीडियो वारयल हुए हैं, उन सभी की जांच की जायेगी। इंडियन रेड क्रॉस सोसायटी की ओर से पीड़ितों को मदद की जायेगी। सभी संस्थाएं सम्मिलित होकर उनकी मदद के लिए व उन्हें सुरक्षित उनके घर पहुंचाने की व्यवस्था कर रही हैं। पीड़ितों ने राज्यपाल से अपना दर्द बयां करते हुए कहा कि वह किस तरह वहां शारीरिक अत्याचार का शिकार हुए। उनके घर जला दिये गये। घरों में तोड़फोड़ की गयी। उनसे उनके बच्चे छीन लिये गये। उनपर काफी अत्याचार किया गया।
राज्यपाल ने कहा उन्होंने सीधा पीड़ितों से बात की है। अब वह अपनी रिपोर्ट सरकार को सौंपेंगे। राज्यपाल ने कहा महिलाओं की सुरक्षा का खास ख्याल रखा जायेगा। राज्यपाल ने कहा उनकी ओर से जितना संभव हो सकेगा, वह मदद करेंगे।