

सिलीगुड़ी : आवारा कुत्तों और अन्य पशुओं के इलाज के लिए सिलीगुड़ी में एक पशु चिकित्सालय बनाया गया है। इस पशु चिकित्सालय में अत्याधुनिक चिकित्सा सेवाएं उपलब्ध होंगी। इतना ही नहीं, आवारा कुत्तों के रहने की भी व्यवस्था होगी। सिलीगुड़ी नगर निगम की पहल पर मेयर गौतम देब ने इस नवनिर्मित चिकित्सालय का औपचारिक उद्घाटन किया। इस केंद्र का नाम 'हृदय स्वास्थ्य आरोग्य केंद्र' रखा गया है। सिलीगुड़ी के वार्ड 42 के अंतर्गत डंपिंग ग्राउंड से सटे इलाके में शुक्रवार को इस पशु चिकित्सालय का उद्घाटन किया गया। इस दिन मेयर ने न केवल पशु चिकित्सालय, बल्कि कचरा उठाने वाले वाहनों की धुलाई के लिए पंप हाउस का भी उद्घाटन किया। इस कार्यक्रम में मेयर के अलावा डिप्टी मेयर रंजन सरकार, कचरा निस्तारण विभाग के मेयर पारिषद माणिक डे, शिक्ता डे बसु रॉय, स्वयंसेवी संगठनों के प्रतिनिधि और अन्य लोग उपस्थित थे। इस दो मंजिला पशु अस्पताल में आईसीयू, सीसीयू, ओटी, मेडिसिन रूम, डॉक्टर का चैंबर होगा। आवारा कुत्तों के लिए 50 पिंजरे रखे गए हैं। पंपिंग स्टेशन सहित यह पशु अस्पताल 22 कट्ठा ज़मीन पर बनाया गया है। इस पर कुल 2 करोड़ 22 लाख रुपये खर्च हुए हैं। मेयर ने बताया कि इस अस्पताल में सभी प्रकार के जानवरों का इलाज होगा, लेकिन फिलहाल कुत्तों पर ज़ोर दिया जा रहा है। यहां कुत्तों की नसबंदी भी की जाएगी। इस काम में काफ़ी पैसा लगता है, इसलिए उन्होंने बताया कि यह काम स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से किया जा रहा है। इसके अलावा, जानवरों के शवों के अंतिम संस्कार के लिए अस्पताल के बगल में एक श्मशान घाट बनाने का काम चल रहा है, जिसका शुभारंभ अगले अक्टूबर में होगा। मेयर ने बताया कि यह पहल शहर के उपेक्षित जानवरों के लिए स्वास्थ्य सेवा सुनिश्चित करने के लिए है।