नागराकाटा : नागराकाटा क्षेत्र के लुकसान बस्ती में दिन-प्रतिदिन तेंदुए का आतंक बढ़ता जा रहा है। बीते कई महीनों से तेंदुआ लगातार ग्रामीणों के पालतू पशुओं को निशाना बना रहा है। कभी बकरी, मुर्गी और सुअर को उठा ले जाता है, तो कभी गाय के बछड़ों पर हमला कर उन्हें घायल कर देता है या मार देता है। मंगलवार देर रात एक बार फिर तेंदुए ने लुकसान बस्ती में आतंक मचा दिया। स्थानीय निवासी राजेश छेत्री के गौशाला में बंधे मात्र 15 दिन के बछड़े पर तेंदुए ने गर्दन पर हमला कर उसे गंभीर रूप से घायल कर दिया। घटना के बाद पूरे इलाके में भय और दहशत का माहौल है।घटना के संबंध में राजेश छेत्री ने बताया कि रात करीब 1:30 बजे उनकी गाय जोर-जोर से आवाज करने लगी। आवाज सुनकर जब वह टॉर्च लेकर गौशाला के पास पहुंचे, तो देखा कि तेंदुआ बछड़े को छोड़कर भाग रहा है।
इसके बाद तत्काल पशु चिकित्सक को बुलाकर बछड़े का उपचार कराया गया, लेकिन उसकी हालत गंभीर बनी हुई है और उसके बचने की संभावना कम बताई जा रही है। राजेश छेत्री ने यह भी बताया कि कुछ महीने पहले इसी बस्ती में पदम बहादुर रिमाल के घर से तेंदुआ एक बकरी उठा ले गया था। इसके बाद काजी तामांग का सुअर और किशोर छेत्री की बकरी भी तेंदुए का शिकार बन चुकी है। लगातार हो रही घटनाओं से ग्रामीणों में भारी चिंता और आक्रोश है। इस संबंध में डायना रेंज के रेंजर अशेष पाल ने कहा कि अभी तक उनके पास इस इलाके से कोई लिखित शिकायत या ज्ञापन प्राप्त नहीं हुआ है। यदि स्थानीय लोग लिखित रूप से शिकायत दर्ज कराते हैं, तो तेंदुए को पकड़ने के लिए आवश्यक कदम उठाए जाएंगे। ग्रामीणों ने वन विभाग से इलाके में नियमित गश्त बढ़ाने और तेंदुए को जल्द पकड़ने की मांग की है, ताकि भविष्य में किसी बड़े हादसे से बचा जा सके।