

मालदह : राज्यपाल सीवी आनंद बोस के शुक्रवार को मालदह पहुंचते ही नौकरी खोने वाले शिक्षकों का एक प्रतिनिधि दल उन्हें ज्ञापन देने सर्किट हाउस पहुंचा, लेकिन पुलिस अधिकारियों ने सुरक्षा कारणों का हवाला देते हुए उन्हें अंदर नहीं जाने दिया। काफी देर इंतजार के बाद नौकरी खोने वाले शिक्षक इंग्लिशबाजार थाने के आईसी को ज्ञापन देकर वापस लौट गए। कुछ देर के बाद राज्यपाल का काफिला सर्किट हाउस से निकलकर वैष्णवनगर की ओर रवाना हो गया। प्रतीक्षा कर रहे शिक्षकों ने हाथ जोड़कर विनती करने की कोशिश की, लेकिन राज्यपाल का काफिला नहीं रुका। जिन लोगों की नौकरी चली गई है वे राज्यपाल से नहीं मिलने पर निराश होकर लौट आए।
मालूम हो कि शुक्रवार को मालदह शहर में अदालत के आदेश पर बेरोजगार हो चुके शिक्षकों का विरोध प्रदर्शन चल रहा था। बेरोजगार योग्य शिक्षकों ने दोपहर 1:30 बजे से मालदह टाउन हॉल के सामने से जुलूस भी निकाला। यह जुलूस पूरे शहर में घूमा। इस दिन शाम करीब 4 बजे राज्यपाल सीवी आनंद बोस मालदह सर्किट हाउस पहुंचे। यह खबर मिलते ही शिक्षकों का एक दल का सर्किट हाउस के सामने पहुंच गया। वे राज्यपाल तक अपनी याचिका पहुंचाने का प्रयास करते रहे, लेकिन सुरक्षा कारणों से वे अंदर प्रवेश नहीं कर सके।
सूत्रों के मुताबिक, शिक्षकों को मालदह सर्किट हाउस पहुंचते ही पुलिस ने रोक लिया। अनुरोध करने पर पुलिस अधिकारियों ने उन्हें अनुमति के लिए प्रतीक्षा करने को कहा। लेकिन काफी देर तक इंतजार करने के बावजूद बेरोजगारों को उस दिन राज्यपाल से मिलने व बातचीत करने का मौका नहीं मिला। मुझे कई बार पुलिस की बाधाओं का सामना करना पड़ा। कभी राज्यपाल के सुरक्षा गार्ड आकर उन्हें धक्का देकर भगा देते थे, तो कभी पुलिस वाले उन्हें हटा देते थे। शिक्षकों का प्रतिनिधित्व कर रहे अरिंदम दास ने कहा, हमने एक आवेदन लिखा है। उसे राज्यपाल को देने आया था, लेकिन हमें मिलने की इजाजत नहीं दी गई।