

सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : चावल एक मुख्य खाद्य पदार्थ है। सभी लोग चावल को दिन में एक बार अपने खाने में जरूर शामिल करते हैं। वहीं कुछ घरों में चावल को दिन में एक से ज़्यादा बार खाने में शामिल किया जाता है। यह स्टार्चयुक्त उच्च कैलोरी वाला अनाज आम तौर पर कम कीमत वाला होता है लेकिन वर्तमान में रत्ना, मिनिकेट, बासमती व गोविंद भोग चावल के प्रत्येक बाेरी पर 170 से 180 रुपये दाम में इजाफा हुआ है जिसके कारण मध्यम वर्गीय व साधारण लोगों को समस्यायों का सामना करना पड़ रहा है।
चावल के बढ़े हुए दाम सुनकर लोगों के माथे पर चिंता की लकीरें दिखनी शुरू हो गई हैं। कई लोगों का मानना है कि चावल का उत्पादन कम हुआ है, तो वहीं कई लोगों का मानना है कि यहां का चावल दूसरी जगहों पर भी जाता है, इसलिए चावल के दाम में बढ़ाेतरी हुई है। चावल विक्रेताओं का कहना है कि बासमती चावल के दाम में कम बढ़ाेतरी हुई है लेकिन रत्ना से लेकर मिनिकेट चावल के दाम काफी ज्यादा बढ़ गये हैं। इन चावलों को बांग्लादेश में निर्यात किया जाता है, अनुमान है कि इसलिए दाम में बढ़ाेतरी हुई है।
विक्रेता का कहना है कि बासमती चावल का दाम किलाेग्राम पर 3 से 5 रुपये बढ़ा है। रत्ना व मिनिकेट चावल 7 से 8 रुपये/किलोग्राम बढ़ा है। वहीं गोविंद भाेग चावल की कीमत में 20 रुपये प्रति किलोग्राम का इलाफा हुआ है। वहीं लोगों का कहना है कि दाम बढ़ा है, लेकिन साधारण लोग को चावल खरीदने में समस्या आ रही है। अब जरूरत के मुताबिक नहीं रुपये के अनुसार चावल खरीद रहे हैं। चावल बजट से बाहर होता जा रहा है। एक खरीददार ने कहा कि पहले 1000 रुपये में चावल की बोरी खरीदी जाती थी, अब 1400-1500 रुपये में चावल की एक बोरी आ रही है। जिस तरह चावल का दाम बढ़ रहा है, आने वाले कुछ ही दिनों में 2000 रुपये चावल की बाेरी बिकेगी।
विभिन्न किस्मों के चावल - रुपये/किलो बढ़ाेतरी
बासमती - 3 से 5 रुपये
रत्ना - 7 से 8 रुपये
मिनिकेट - 7 से 8 रुपये
गोविंद भोग - 15 से 20 रुपये