पीआईबी का मीडिया प्रतिनिधियों संग 'वार्तालाप'

पीआईबी का मीडिया प्रतिनिधियों संग 'वार्तालाप'
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सिलीगुड़ी ः प्रेस इन्फॉर्मेशन ब्यूरो (पीआईबी), कोलकाता की ओर से शनिवार को सिलीगुड़ी के सेवक रोड ढाई माइल स्थित एक पांच सितारा होटल के सभागार में यहां के मीडिया कर्मियों संग विशेष कार्यशाला 'वार्तालाप' का आयोजन किया गया। इसमें मुख्य अतिथि के रूप में दार्जिलिंग के सांसद राजू बिष्ट सम्मिलित हुए। उन्होंने पीआईबी/सीबीसी के पूर्वी क्षेत्र के महानिदेशक टी.वी.के. रेड्डी की मौजूदगी में इसका शुभारंभ किया। सांसद ने देश में हाल ही में लागू हुए चार नए लेबर कोड के बारे में विशेष व्याख्यान देते हुए इसके विविध पहलुओं पर प्रकाश डाला। कहा कि, केंद्र सरकार ने 29 पुराने श्रम कानूनों को एकत्रित कर चार बड़े लेबर कोड रूपांतरित किया है। इसमें वेतन कोड 2019, इंडस्ट्रियल रिलेशन कोड 2020, सोशल सिक्योरिटी कोड 2020 और ऑक्यूपेशनल सेफ्टी, हेल्थ और वर्किंग कंडीशंस कोड 2020 शामिल हैं। यह ऐतिहासिक सुधार है जो मज़दूरों की सुरक्षा, सम्मान, स्वास्थ्य और कल्याण के उपायों तक आसान पहुंच को सुनिश्चित करते है। नए लेबर कोड पूरी तरह मजदूर मैत्री हैं। हर तरह के श्रम करने वालों के लिए बहुत फायदेमंद हैं। उन्होंने मीडिया कर्मियों संग लगातार जुड़ने और वार्तालप जैसे नॉलेज-शेयरिंग प्लेटफॉर्म बनाने के लिए पीआईबी, कोलकाता की कोशिशों की खूब सराहना भी की।

इससे पूर्व स्वागत वक्तव्य रखते हुए पीआईबी/सीबीसी, कोलकाता की अतिरिक्त महानिदेशक जेन नाम्चू ने सभी का स्वागत किया। उन्होंने सरकार और जनता के बीच की दूरी को कम करने में मीडिया की अहम भूमिका को रेखांकित किया। पत्रकारों से पीआईबी वेबसाइट को असली जानकारी के एक अच्छे सोर्स के तौर पर इस्तेमाल करने की अपील की। कहा कि, भरोसेमंद संचार यह सुनिश्चित करने में अहम भूमिका निभाता है कि अलग-अलग विकास कार्यक्रमों का फ़ायदा ज़मीनी स्तर तक पहुंचे।

वहीं, पीआईबी,कोलकाता की सहायक निदेशक सृजाता साहा साहू ने पीआई, कोलकाता की गतिविधियों की जानकारी दी। बताया कि, कैसे इस तरह के मीडिया वर्कशॉप पीआईबी और ग्रामीण व ज़िला-स्तर के पत्रकारों के बीच की दूरी को कम करने में मदद करते हैं। औपचारिक उद्घाटन से पहले, 'एक पेड़ मां के नाम' कैंपेन के तहत प्रतीकात्मक रूप में एक पौधा लगाया गया।

इसके फाइनेंशियल इन्क्लूजन पर हुए सेशन में सेंट्रल बैंक ऑफ इंडिया के लीड बैंक मैनेजर राजेश कुमार ने फाइनेंशियल इन्क्लूजन की खास स्कीमों, उपलब्धियों, तरक्की और खास बातों पर एक डिटेल्ड प्रेजेंटेशन दिया। वहीं, सीजीएसटी, सिलीगुड़ी के कमिश्नर डॉ. जीतेश नागोरी ने जीएसटी 2.0 के विभिन्न पहलुओं के बारे में बात की। उन्होंने बताया कि जीएसटी 2.0 का मकसद करदाताओं के लिए शिकायतों का बोझ कम करके प्रक्रिया को आसान बनाना, पारदर्शिता बढ़ाना और क्रय क्षमता को बेहतर बनाना है। यह कार्यशाला संवादात्मक सत्र संग संपन्न हुई जिसमें मीडिया के प्रतिनिधियों ने अनेक सवाल पूछे और अपनी राय साझा की।

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