डेंगू के घेरे में एनबीएमसीएच, संख्या में हो रही दिनों-दिन बढ़ाेतरी

- आरोप : संक्रमण की संख्या कम दिखाने के लिए मरीज़ में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद जानकारी को नहीं किया जा रहा अपलोड - मेडिकल परिसर में कचरा,जूठन,बारिश का पानी जमा,सांप और मच्छरों सहित विभिन्न कीड़े-मकोड़े रहे है पनप
north bengal medical college and hospital
north bengal medical college and hospital
Published on

सन्मार्ग संवाददाता

सिलीगुड़ी : उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल (एनबीएमसीएच) में डेंगू का प्रकोप जारी है। छात्रावास में रहने वाले एक इंटर्न के शरीर में डेंगू का संक्रमण पाया गया। लेकिन स्वास्थ्य विभाग पर इससे जुड़ी जानकारी छिपाने का आरोप है। सूत्रों के अनुसार, दार्जिलिंग जिला स्वास्थ्य विभाग ने पीड़ित को स्वास्थ्य विभाग के पोर्टल पर रिपोर्ट न करने और जानकारी अपलोड न करने को कहा है। इस मामले को लेकर चिकित्सा जगत में काफी बहस चल रही है। ऐसे में सवाल उठता है कि सिर्फ़ एक रिपोर्ट छिपाने का क्या मकसद है? लेकिन क्या यह तरीका यह दिखाने के लिए अपनाया जा रहा है कि राज्य में संक्रमित लोगों की संख्या कम है?

मालूम हो कि दार्जिलिंग ज़िले में हर साल बड़ी संख्या में लोग डेंगू से संक्रमित होते हैं। इस बार भी सिलीगुड़ी शहर में कई लोग डेंगू से संक्रमित हुए हैं। महकमा के विभिन्न ब्लॉकों में थोड़ा न थोड़ा लोग संक्रमित पाए गए हैं। कथित तौर पर, कुछ मामलों में रिपोर्ट को दबाने की कोशिश की जा रही है। संक्रमण की संख्या बहुत कम दिखाने के लिए जांच में मरीज़ के शरीर में डेंगू पॉजिटिव पाए जाने के बावजूद, यह जानकारी सरकारी पोर्टल पर अपलोड नहीं की जा रही है। कथित तौर पर, ज़िला स्वास्थ्य विभाग ने इस बारे में सभी अस्पतालों को चेतावनी दी है।

विगत शुक्रवार को उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में एक इंटर्न के शरीर में डेंगू का संक्रमण पाया गया। कुछ छात्रों से बात करने पर पता चला कि इंटर्न को कुछ दिनों से बुखार था। इसलिए उसने रक्त परीक्षण कराया। माइक्रोबायोलॉजी विभाग में उसके रक्त परीक्षण के बाद रिपोर्ट पॉजिटिव आई। तब से, उसे रिपोर्ट देने में देरी हो रही है। इससे मेडिकल छात्रों, जूनियर डॉक्टरों और वरिष्ठ डॉक्टरों का एक वर्ग नाराज़ है। उनका आरोप है कि मेडिकल कॉलेज और अस्पताल में घास-फूस और कचरा फैला हुआ है।

मेडिकल में कचरा, मरीज़ों और अन्य लोगों के खाने के बाद के जूठे आदि जगह-जगह जमा हो रहे हैं। पार्थेनियम उग आया है। सांप और मच्छरों सहित विभिन्न कीड़े-मकोड़े यहां पनप रहे हैं। बारिश का पानी जमा हो जाता है। बार-बार अनुरोध करने के बाद भी इसकी सफाई नहीं होती। ऐसे में यहाँ डेंगू का प्रकोप बढ़ रहा है। आशंका है कि छात्रावास में और भी कई लोग डेंगू से संक्रमित हो चुके हैं या हो सकते हैं। हालांकि मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल के प्राचार्य डॉ. संजय मल्लिक का दावा है कि'फिल्हाल किसी भी इंटर्न के डेंगू से संक्रमित होने की जानकारी नहीं है। इस संबंध में कोई रिपोर्ट प्राप्त नहीं हुई है। मामले को देखा जाएगा।

संबंधित समाचार

No stories found.

कोलकाता सिटी

No stories found.

खेल

No stories found.
logo
Sanmarg Hindi daily
sanmarg.in