

सिलीगुड़ी ः नॉर्थ बंगाल स्टेट ट्रांसपोर्ट कॉर्पोरेशन (एनबीएसटीसी) ने सिलीगुड़ी-मिरिक दुधिया बस सेवा फिर से शुरू कर दी है। इस मार्ग पर बीते 25 दिनों से बस सेवा बंद थी। अब फिर से बस सेवा शुरू होने पर लोगों ने प्रसन्नता व्यक्त की है। एनबीएसटीसी के चेयरमैन पार्थ प्रतिम राय ने स्वयं दुधिया वैकल्पिक ब्रिज पर पहुंच कर उक्त सेवा का शुभारंभ किया। उन्होंने बस यात्रियों, चालकों व सहायकों से बातचीत भी की। इस दिन उन्होंने सिलीगुड़ी स्थित एनबीएसटीसी डिपो कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन भी किया। उन्होंने कहा कि, सिलीगुड़ी व मिरिक दोनों ओर से दिन भर में तीन समय बस सेवा दी जाएगी। इसके साथ ही कालिम्पोंग-सिलीगुड़ी मार्ग में भी रोजाना सुबह 9 बजे कालिम्पोंग से सिलीगुड़ी के लिए बस सेवा शुरू की जाएगी जो कि हालिया भारी बारिश व भूस्खलन के चलते प्रभावित थी।
उन्होंने यह भी बताया कि, एनबीएसटीसी की ओर से आगमी 1 दिसंबर से सोबुजेर पथे हाथछानी योजना के तहत गंगटोक, दार्जिलिंग, कालिम्पोंग, पहाड़, तराई, डुवार्स के विभिन्न मनोरम पर्यटन स्थलों की किफायती पैकेज टूर सेवा भी शुरू करने जा रहा है। इसके तहत पर्यटकों काे बहुत ही कम मूल्य में जाने-आने, रहने-सहने, खान-पान की पूरी सुविधा दी जाएगी।
उल्लेखनीय है कि, सिलीगुड़ी शहर से थोड़ी दूर दार्जिलिंग पर्वतीय क्षेत्र के मिरिक महकमा अंतर्गत दुधिया का प्रसिद्ध आयरन ब्रिज बीते 4-5 अक्टूबर की रात हुई भारी बारिश के दौरान क्षतिग्रस्त हो गया था। उसके चलते उक्त क्षेत्र में क्षेत्रीय यातायात पूरी तरह ठप पड़ गया। मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के निर्देश पर बीते 10 अक्टूबर से वहां तत्काल अस्थायी डायवर्जन ह्योम पाइप ब्रिज बनाए जाने का काम शुरू किया गया जो गत रविवार 26 अक्टूबर को पूरा हो गया। फिर, बीते सोमवार से उक्त मार्ग पर हल्के वाहनों का सामान्य यातायात फिर से शुरू हो गया। रिकॉर्ड 16 दिनों के भीतर ही नवनिर्माण कार्य पूरा कर लिया गया। इसके लिए मुख्यमंत्री ने पीडब्ल्यूडी, पश्चिम बंगाल के सराहनीय कार्य की सराहना भी की।
उक्त 8 मीटर चौड़े 72 मीटर लंबे ह्यूम पाइप कॉज़वे वाले इस 468 मीटर लंबे पुल का निर्माण 1200 मिमी व्यास वाले 132 ह्यूम पाइपों का उपयोग करके किया गया है। मुख्यमंत्री ने यह भी लिखा कि, वर्ष 1965 में निर्मित पुराना पुल संरचनात्मक रूप से कमजोर हो गया था और इसलिए पश्चिम बंगाल सरकार ने 54 करोड़ रुपये की लागत से एक नए पुल के निर्माण को पहले ही मंजूरी दे दी थी, जिसका निर्माण कार्य वर्तमान में पूरे जोरों पर चल रहा है। वैसे अभी फिलहाल दुधिया वैकल्पिक ब्रिज पर 10 मिट्रिक टन से अधिक वजन के वाहनों की आवाजाही पर रोक है। राज्य सरकार के दार्जिलिंग हाईवे डिवीजन के लोक निर्माण (सड़क) निदेशालय के कार्यकारी अभियंता के कार्यालय की ओर से इस आशय की सूचना जारी की गई है। इस पहलू को देखने व उपरोक्त रोक सुनिश्चित करने को दार्जिलिंग जिला पुलिस अधीक्षक को चिट्ठी भी लिखी गई है।