माटीगाड़ा विश्वास कॉलोनी बना नशेड़ियों और ड्रग्स माफियाओं का गढ़

रेल की पटरी पर इकठ्ठा हुए लोग
रेल की पटरी पर इकठ्ठा हुए लोग
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सिलीगुड़ी: क्या ड्रग्स तस्करी के कारण सिलीगुड़ी शहर हो रहा है दागदार ? पुलिस की सतर्कता के बावजूद आखिर क्यों बढ़ता जा रहा है ड्रग्स का कारोबार ? क्या अब ड्रग्स के कारोबारी और नशेड़ियों को पुलिस का भय नहीं रहा ? यह ऐसे सवाल है जिसके जवाब शायद ही शहर वासियों को कभी मिल पाएगा |

सिलीगुड़ी पहाड़ों से घिरा हुआ एक अति सुंदर शहर है सर्वगुण संपन्न इस शहर में ऐसी बहुत सी जगह है जो शहर की सुंदरता को धमिल कर रही है | आए दिन है शहर में ड्रग्स बरामद किए जाते हैं कि यह ड्रग्स आते कहां से है और ऐसे बहुत से चिन्हित जगह है और इन स्थानों पर पुलिस अपनी नजर भी बनाए हुए है लेकिन तस्कर पुलिस को चकमा देकर लगातार ड्रग्स की तस्करी को अंजाम दे रहे हैं, जिसके कारण शहर में लगातार नशेड़ियों की तादाद बढ़ रही है | वहीं इस कड़ी में पहले माटीगड़ा विश्वास कॉलोनी यानी अघोषित पाकिस्तान मोड़ की हालातों पर गौर करे तो यह एक ऐसा स्थान है जहां से बड़े पैमाने में ड्रग्स की खपत शहर व बहरी क्षेत्रों में होती है | जहां खुलेआम तस्करी की जाती है | जब सन्मार्ग संवाददाता ने जमीनी स्तर स्थानीय लोगों से बातचीत की तो कई तरह के खुलासे हुए |

स्थानीय राहुल नामक व्यक्ति ने कहा कि यहां दिन के उजाले में हो या रात के अंधेरे में हो ड्रग्स का व्यापार बड़े स्तर पर होता है पुलिस को जानकारी तो है लेकिन फिर भी लचीलापन अपनाती है | उन्होंने बताया ज्यादातर पहाड़ी क्षेत्र और अच्छे घरों के युवा ड्रग्स खरीदने आते हैं जब लोगों की नजर में इस तरह के दृश्य आते हैं वे वहां से उन लोगों को खदेड़ देते हैं लेकिन फिर भी हालत गंभीर बनी हुई है | वहीं आसमा जो एक ग्रहणी है उन्होंने कहा कि ड्रग्स तस्करी के कारण यहां के लोग परेशान हो चुके हैं वे खुद को असुरक्षित महसूस करते हैं | क्योंकि जब-जब यहां के लोगों ने ड्र्ग्स माफियाओं के खिलाफ आवाज उठाई है उन्हें धमकाया गया है | जिसके कारण लोग अब चुप रहते हैं, पुलिस कार्रवाई भी अब इन मामलों में लगाम कसने में नाकाम हो रही है |

इसी तरह की प्रक्रिया दिनेश नामक व्यक्ति ने भी दी उन्होंने बताया कि रेलवे लाइन पर हमेशा ही नशेड़ियों का जमावड़ा रहता है | नशेड़ी पुलिस को भी अनदेखा कर देते है | रेलवे गेट का इलाका अब नशेड़ियों का अड्डा बन गया है | नशेड़ी अक्सर नशे की हालत में रेल की पटरियों में सो जाते है और उस दौरान दर्दनाक हादसा भी घटित होते है अब तक ऐसी घटनाओं में बहुत से लोगों की जानें जा चुकी है | एक छात्र ने भी अपनी समस्या को उजागर करते हुए कहा, इस रास्ते से गुजरने के दौरान उन्हें भय लगता है क्योंकि जिस तरह से यहां असामाजिक तत्वों की मौजूदगी रहती है जिसके कारण उन्हें परेशानियां होती है ऐसे में उनके अभिभावक ही उन्हें स्कूल और ट्यूशन पहुंचाने जाते हैं |

नाम न बताने की शर्त में कई लोगों ने कई प्रकार की प्रतिक्रिया दी | ड्रग्स तस्करी के मामले को लेकर पुलिस की भूमिका से असंतुष्ट स्थानीय लोग चाहते हैं कि पुलिस को सख्त होने की जरुरत है, इलाके में अपनी गश्ती को बढ़ाएं और जितने भी नशेड़ी खुलेआम यहां घूमते हैं उनका धर पकड़ करें | वहीं इस विषय को लेकर माटीगाड़ा थाने से जब संपर्क किया गया तो उनका कहना है कि पुलिस की ओर से जागरूक अभियान चलाया जा रहा है और इस मामले में कई लोगों की गिरफ्तारी भी हो चुकी है और हर मामले में पुलिस अपनी नजर बनाए हुए हैं |

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