

सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : पायलट के रुप में खुद का परिचय देकर 300 युवतियों का शोषण करने का सनसनीखेज मामला प्रकाश में आया है। आरोपी का नाम सिद्धार्थ शर्मा है। वह सिक्किम का रहने वाला है। बताया गया है कि डेटिंग ऐप्स के माध्यम से पायलट के रूप में अपना परिचय देकर आरोपी युवक ने एक युवती के साथ प्रेम संबंध विकसित किया और अंत में आरोपी युवक युवती की सोने की अंगूठी लेकर फरार हो गया। हालांकि, धोखाधड़ी कर फरार होने के बाद भी युवक बच नही पाया और पुलिस के हाथ जा लगा।
पता चला है कि वह बेंगलुरू हवाई अड्डे पर ग्राउंड स्टाफ के रूप में काम कर रहा था। शिकायत है कि युवक ने अपनी तस्वीरों को एडिट कर पायलट पोशाक पहनाने और विभिन्न सोशल मीडिया प्लेटफार्मों, इंस्टाग्राम और डेटिंग ऐप्स पर प्रोफाइल बनाने के लिए कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) का उपयोग किया। इसके बाद उसने विभिन्न युवतियों को प्रेम जाल में फंसाया, उनका विश्वास जीता और उनके पैसे और गहने हड़प लिए।
सूत्रों के अनुसार, उस पर अब तक कम से कम 300 युवतियों को धोखा देने का आरोप है। इस बीच, आरोपी ने उत्तर बंगाल मेडिकल कॉलेज एवं अस्पताल में काम करने वाली एक नर्स के साथ भी इसी तरह का संबंध विकसित कर लिया। हालांकि, 29 अप्रैल को आरोपी ने विभिन्न धोखे से युवती की चार ग्राम सोने की अंगूठी ले ली और गायब हो गया। बाद में जब युवती ने जांच की तो धोखाधड़ी का मामला सामने आया और उसने तुरंत उत्तर बंगाल मेडिकल आउटपोस्ट में लिखित शिकायत दर्ज कराई।
शिकायत के आधार पर पुलिस ने उसे 6 मई की रात शिव मंदिर से सटे दुर्गा मंदिर क्षेत्र से गिरफ्तार कर लिया। गिरफ्तारी के बाद आरोपी को अदालत में पेश किया गया और तीन दिन की पुलिस हिरासत में ले लिया गया। रिमांड के बाद शनिवार को उसे वापस अदालत में लाया गया। पुलिस ने पूरे मामले की जांच शुरू कर दी है।