बिहार की तरह बंगाल में भी होगी मतदाता सूची की जांच ः शमिक भट्टाचार्य

कहा - मुख्यमंत्री ममता बनर्जी इसे घुमा कर किया जाने वाला एनआरसी समझें या जो समझें, यह तो हो कर रहेगा, पश्चिम बंगाल पश्चिम बांग्लादेश होने जा रहा है, हम पहले भारतीय हैं, उसके बाद ही बंगाली हैं, सुरक्षा जरूरी
बिहार की तरह बंगाल में भी होगी मतदाता सूची की जांच ः शमिक भट्टाचार्य
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सिलीगुड़ी ः चुनाव आयोग जैसे बिहार में मतदाता सूची का विशेष गहन पुनरीक्षण (स्पेशल इंटेंसिव रिविजन - एसआईआर) कर रहा है वैसे ही बंगाल में भी होगा। क्योंकि, बंगाल के लोग भी यही चाहते हैं कि मतदाता सूची की जांच हो। असली व नकली, सही व फर्जी की पहचान जरूरी है। इसके लिए हम लोगों ने भी चुनाव आयोग को 17 लाख नाम दिए हैं कि उनकी जांच की जाए। अब मुख्यमंत्री (ममता बनर्जी) इसे घुमा कर किया जाने वाला एनआरसी समझें या जो समझें, यह तो हो कर रहेगा।

भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के पश्चिम बंगाल प्रदेश के नवनियुक्त अध्यक्ष शमिक भट्टाचार्य ने ये बातें कही हैं। वह बुधवार को यहां भाजपा के सिलीगुड़ी सांगठनिक जिला कार्यालय में संवाददाता सम्मेलन को संबोधित कर रहे थे। उन्होंने आगे कहा कि मुख्यमंत्री व उनकी सत्तारूढ़ पार्टी के लोग झूठ कह रहे हैं कि भाजपा शासित राज्यों में बंगाल के लाेगों को, बांग्लाभाषी लोगों को प्रताड़ित किया जा रहा है। वहां बंगालियों को नहीं बल्कि बांग्लादेशियों और रोहिंग्याओं को चिन्हित कर कार्रवाई की जा रही है। कोई भी देश अपने दरवाजे व खिड़की बंद करके नहीं रह सकता है। न चीन रह सका, न रूस, न अन्य। आज की दुनिया ग्लोबल विलेज है। हम लोग ग्लोबल मार्केट में रह रहे हैं। इसलिए सुरक्षा के पहलुओं पर ज्यादा ध्यान दिया जाना जरूरी है। हम पहले भारतीय हैं, उसके बाद ही बंगाली।

उन्होंने यह भी कहा कि, अब तो हालत ऐसी होती जा रही है कि पश्चिम बंगाल पश्चिम बांग्लादेश होने जा रहा है। यहां बांग्लादेशी घुसपैठियों व रोहिंग्या घुसपैठियों आदि पर कार्रवाई नहीं हुई तो सर्वनाश हो जाएगा। केवल हिंदू बंगाली का ही नहीं बल्कि 10 पीढ़ियों से बसने वाले भारतीय मुसलमानों का भी सर्वनाश हो जाएगा। शमिक भट्टाचार्य ने यह भी कहा कि मुख्यमंत्री ने उत्तर बंगाल के साथ वादाखिलाफी की है। यहां तृणमूल सरकार ने राज्य का मिनी सचिवालय उत्तरकन्या तो बना दिया लेकिन उसका बजट इतना कम रखा है कि उससे चूल्हा भी गर्म नहीं हो सकता। जिस तृणमूल ने पिछड़ा उत्तर बंगाल, उपेक्षित उत्तर बंगाल, शोषित उत्तर बंगाल, वंचित उत्तर बंगाल का नारा देकर सता पाई थी उसने सत्ता में आने के बाद स्वयं भी उत्तर बंगाल को उपेक्षित, शोषित एवं वंचित ही रखा है। सो, जनता उसे जवाब देगी। इस बार के विधानसभा चुनाव में लड़ाई लोगों की लड़ाई होगी।

इन्हीं तमाम मुद्दों को लेकर उन्हाेंने भारतीय जनता युवा मोर्चा की ओर से आगामी 21 जुलाई को उत्तरकन्या अभियान किए जाने की भी बात कही। बताया कि युवा मोर्चा के प्रदेश अध्यक्ष डॉ. इंद्रनील खां व विधानसभा में विपक्ष के नेता शुभेंदू अधिकारी उस अभियान का नेतृत्व करेंगे।

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