

सिलीगुड़ी : कुछ ही दिनों पहले यातायात के लिए खोले गए दुधिया ह्यूम पाइप पुल को भारी बारिश और नदी में तेज जलस्राव के कारण फिर से बंद कर दिया गया है। उत्तर बंगाल और पहाड़ी क्षेत्रों में चक्रवाती तूफान मोंथा के प्रभाव से लगातार हो रही भारी बारिश ने बालासन नदी का जलस्तर बढ़ा दिया, जिससे प्रशासन ने सुरक्षा कारणों से पुल पर सभी वाहनों की आवाजाही रोक दी। इस बंदी के चलते मिरिक-सिलीगुड़ी सड़क मार्ग पर सीधा संपर्क बाधित हो गया है। प्रशासन ने स्थानीय लोगों और पर्यटकों को वैकल्पिक लंबा और कठिन मार्ग अपनाने की सलाह दी है।
फिलहाल, मिरिक में फंसी आपातकालीन सेवाओं से जुड़ी गाड़ियों को ही पुल पार करने की अनुमति दी गई है। हालांकि वैकल्पिक मार्ग लंबा होने के कारण यात्रियों को कई घंटों तक फंसे रहने और देरी का सामना करना पड़ रहा है। अस्थायी पुल की स्थिति पर प्रशासन लगातार नजर रख रहा है। यह पुल 26 अक्टूबर को बनाया गया था, क्योंकि 4 अक्टूबर की रात विनाशकारी बाढ़ में 1965 में बना पुराना लोहे का पुल बह गया था। ह्यूम पाइप से बना यह अस्थायी पुल तेज जलस्राव सहन करने में सक्षम नहीं है। यदि जलस्तर और बढ़ता है, तो पुल बह सकता है और मिरिक-सिलीगुड़ी का सीधा संपर्क पूरी तरह बाधित हो सकता है।
मौसम विभाग ने दार्जिलिंग, कलिम्पोंग, जलपाईगुड़ी और अलीपुरदुआर में रेड अलर्ट जारी किया है। इन क्षेत्रों में 20 सेंटीमीटर से अधिक बारिश और 30–40 किमी/घंटा की तेज हवाओं की संभावना है। कूचबिहार और उत्तर दिनाजपुर में अत्यधिक भारी बारिश (7–20 सेंटीमीटर) और तूफानी हवा का अनुमान है। दक्षिण दिनाजपुर और मालदह में भी भारी बारिश होने की संभावना है, लेकिन वहां आपदा का खतरा अपेक्षाकृत कम है। मौसम विभाग ने बताया कि रविवार से उत्तर बंगाल के अधिकांश जिलों में मौसम में बदलाव आ सकता है। प्रशासन ने चेतावनी दी है कि नदी का जलस्तर और घटने तक पुल पर यातायात बंद रहेगा, और सभी लोग सतर्क रहें।