खाद्य सुरक्षा विभाग ने चलाया अभियान, शौचायल के भीतर मिला खाना

अभियान के दौरान अधिकारी अचंभित, कई रेस्टोरेंट में पुराना और बासी खाना पाया गया, वाणिज्यिक गैस के स्थान पर एलपीजी सिलेंडर का भी उपयोग, बासी खाना रखने वाले एक दुकान को किया गया सील कर
Food department officials running the campaign
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सन्मार्ग संवाददाता

सिलीगुड़ी : विगत कुछ महीने पहले लेक टाउन की एक दुकान और फिर गुरुवार को चंपासारी स्थित एक बिरयानी की दुकान में बिरयानी के मांस में कीड़ा नाया गया, जिसके बाद शहरवासियों के साथ-साथ विभिन्न हलकों में हलचल मच गई। जिसके बाद सिलीगुड़ी शहर में विभिन्न खाद्य दुकानों पर शुक्रवार अधिकारियों द्वारा संयुक्त अभियान चलाया गया। हालाँकि, अभियान के दौरान अधिकारी अचंभित रह गए।

उन्हें एक दुकान के शौचालय में पका हुआ खाना मिला। इतना ही नहीं, खाना बनाने में भी अनियमितताएं पाई गईं और कुछ दुकानों के पास लाइसेंस भी नहीं थे। कई अनियमितताओं की तस्वीरें सामने आने पर शहर में हड़कंप मच गया। एक के बाद एक बिरयानी के मांस में कीड़े पाए गए। इसके बाद खाद्य स्टालों का दौरा किया। यहीं से अनियमितताओं की तस्वीर उभरनी शुरू हो गई है। शुक्रवार को राज्य खाद्य सुरक्षा विभाग, सिलीगुड़ी नगर निगम, इनफोर्समेंट विभाग, कंज्युमर विभाग, दमकल विभाग और पुलिस कर्मियों के अधिकारियों ने सिलीगुड़ी के बाघाजतिन पार्क और कॉलेजपाड़ा में विभिन्न खाद्य दुकानों पर संयुक्त अभियान चलाया।

छापेमारी के दौरान क्षेत्र के कई रेस्टोरेंट में पुराना और बासी खाना पाया गया। कई स्थानों पर खाना पकाने में प्रतिबंधित डालडा का उपयोग किया जा रहा था। कुछ स्थानों पर वाणिज्यिक गैस के स्थान पर एलपीजी सिलेंडर का भी उपयोग किया जा रहा है। यह भी देखा गया कि कई दुकानों के खाद्य लाइसेंस अन्य पते पर भी थे। फायर लाइसेंस का कोई निशान नहीं मिला। सबसे आश्चर्य की बात तो यह थी कि कई दुकानदारों ने छापेमारी के डर से अपना बासी खाना दुकान के शौचालय में ही छोड़ दिया था।

जिसे बाद में अधिकारियों ने छापेमारी के दौरान बरामद किया। बासी खाना रखने के कारण एक दुकान को सील कर दिया गया।खाद्य विभाग के अधिकारियों ने बताया कि यह अभियान पूरे वर्ष लगातार जारी रहेगा। यदि आवश्यक हुआ तो कानूनी कार्रवाई की जाएगी।

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