

कूचबिहार : मतदाता सूची के विशेष गहन पुनरीक्षण (एसआईआर) के गत सोमवार मध्य रात्रि से लागू होने कर घोषणा होते ही अप्रिय खबरें भी सामने आने लगी हैं। एसआईआर के डर से गत मंगलवार पानीहाटी में 57 वर्षीय प्रदीप कर के फांसी लगा कर आत्महत्या कर लेने के अगले ही दिन बुधवार को दूसरा मामला कूचबिहार से सामने आया है। वह यह कि एसआईआर के डर से एक वृद्ध व्यक्ति ने जहर खा कर आत्महत्या करने की कोशिश की। उनकी पहचान खैरुल शेख के रूप में हुई है। वह कूचबिहार जिला के दिनहाटा 2 नंबर प्रखंड अंतर्गत बुरीरहाट-2 ग्राम पंचायत के जीतपुर के 7/54 नंबर बूथ इलाके के रहने वाले हैं। उन्हें कूचबिहार एमजेएन मेडिकल कालेज व अस्पताल में भर्ती कराया गया है, जहां उनका इलाज जारी है। उनकी हालत गंभीर बताई जाती है।
उनके परिवार वालों ने बताया कि, उनका नाम खैरुल शेख है लेकिन एसआईआर हेतु जो वर्ष 2002 की मतदाता सूची चुनाव आयोग द्वारा उपलब्ध कराई गई है उसमें उनका नाम खैरू शेख है। इसी वजह से घबरा कर उन्होंने जहर खाकर आत्महत्या करने की कोशिश की। उन्होंने भी यही बात कही। जहर के असर से उन्हें छटपटाते देख परिवार के सदस्य पहले उन्हें दिनहाटा महकमा अस्पताल ले गए लेकिन वहां जब मामला नहीं संभलता दिखा तो उन्हें कूचबिहार एमजेएन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल स्थानांतरित कर दिया गया। अभी वह वहीं चिकित्साधीन हैं।
इस मामले की सूचना पा कर कूचबिहार जिला तृणमूल कांग्रेस के अध्यक्ष अभिजीत दे भौमिक एमजेएन मेडिकल कॉलेज व अस्पताल पहुंचे व उनका हालचाल लिया। अभिजित दे भौमिक ने कहा कि, भाजपा द्वारा संचालित चुनाव आयोग एवं भाजपा दोनों जिस प्रकार से एसआईआर को खौफ व दहशत का माहौल बना रहे हैं उससे अनेक लोग आंतकित हैं। यही कारण है कि इस तरह के दिल दहला देने वाले मामले सामने आ रहे हैं। इस ग्रामीण के नाम में त्रुटि को लेकर कुछ लोगों ने उन्हें तरह-तरह से डर दिखाया। उसके कारण ही उनके द्वारा आत्महत्या की कोशिश की गई। हम लोग उनके इलाज के लिए हरसंभव व्यवस्था करवा रहे हैं।
वहीं, इस मामले को लेकर भाजपा के कूचबिहार जिला अध्यक्ष अभिजित बर्मन ने कहा कि, इस मामले की मुझे जानकारी नहीं है लेकिन तृणमूल कांग्रेस ने जो आरोप लगाया है कि हम लोग डर फैला रहे हैं वह गलत है। असलियत में लोगों के बीच में तृणमूल कांग्रेस ही एसआईआर को लेकर भ्रम व भय उत्पन्न कर रही है।