नागराकाटा: पर्यावरणप्रेमी संगठन हिमालयन नेचर एंड एडवेंचर फाउंडेशन और चिकित्सकों का संगठन एसोसिएशन ऑफ फिजिशियंस ऑफ इंडिया की सिलिगुड़ी शाखा ने बाढ़ से प्रभावित नागराकाटा के 4 क्षेत्रों के कुल 600 छात्र-छात्राओं के हाथों में शैक्षणिक सामग्री सौंपा। सोमवार को इन दो प्रतिष्ठित संगठनों के संयुक्त प्रयास में बामनडांगा चाय बागान क्षेत्र स्थित टंडु जूनियर हाई स्कूल, ग्रासमोड़ टीजी प्राथमिक विद्यालय, घासमारी स्टेट प्लान प्राथमिक विद्यालय और छारटंडु एडिशनल प्राथमिक विद्यालय के छात्रों को कॉपी, पेन, पेंसिल, रबर तथा कुछ खाद्य सामग्री वितरित की गई। इससे पहले भी नैफ द्वारा 5 अक्टूबर की भयंकर बाढ़ में सबसे अधिक क्षतिग्रस्त बामनडांगा चाय बागान के कॉलेज और उच्च माध्यमिक स्तर के छात्रों को सभी पाठ्य सामग्री के साथ-साथ प्रतियोगी परीक्षा की किताबें भी प्रदान की गई थी। इसके अलावा, टंडु टीजी थ्री प्राथमिक विद्यालय और बामनडांगा टीजी प्राथमिक विद्यालय के छोटे बच्चों को भी अध्ययन सामग्री दी गई थी।
कुल मिलाकर बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के 1,000 से अधिक छात्र-छात्राएं अब तक लाभान्वित हुए हैं। इन सहयोगों से दूर-दराज़ इलाकों के सभी छात्र-छात्राएं बेहद खुश हैं। नैफ के प्रवक्ता अनिमेष बसु ने कहा कि उत्तर बंगाल के भूस्खलन और बाढ़ प्रभावित क्षेत्रों के लिए यह पांचवां चरण था। जो बड़ा प्राकृतिक आपदा हुई थी, उसकी भरपाई राहत सामग्री से संभव नहीं है, फिर भी जिस तरह पूरे राज्य के लोग आगे आकर पीड़ितों की मदद के लिए खड़े हुए, वह सचमुच मिसाल कायम करता है। कार्यक्रम में नैफ की ओर से अरुण दत्त, प्रदीप दत्त और एपीआई की ओर से इंद्रजीत पाल उपस्थित थे। साथ ही टंडु जूनियर हाई स्कूल के सहायक शिक्षक सुरेश महतो, ग्रासमोड़ टीजी प्राथमिक विद्यालय के प्रधानाध्यापक रबीन खावास, छारटंडु एडिशनल प्राथमिक विद्यालय की सहशिक्षिका निबेदिता चट्टोपाध्याय, घासमारी स्टेट प्लान प्राथमिक विद्यालय के प्रधान शिक्षक सुभाजित दत्ता, मोहम्मद अली अंसारी, जयिता दत्त, सुषांत राय, रिंतु नंदी, मिली शैव्य सहित कई शिक्षक-शिक्षिकाएं मौजूद थी।