

सन्मार्ग संवाददाता
सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी नगर निगम द्वारा अलग-अलग समय पर चलाए गए अभियान के बावजूद सिलीगुड़ी जिला अस्पताल मोड़ से कोर्ट मोड़ रोड तक फुटपाथ के दोनों ओर अतिक्रमण की तस्वीर आज तक नहीं बदली है। हालत यह है कि अब फुटपाथ पर चलना भी मुश्किल हो गया है। इस मामले को लेकर शहर के नागरिक नाराज हैं। उनका सवाल है कि अभियान के बाद भी फुटपाथ पर फिर से कब्जा कैसे हो गया? कई लोगों की शिकायत है कि इसके पीछे राजनीतिक समर्थन है। हालांकि इस संबंध में नगर निगम के डिप्टी मेयर रंजन सरकार ने कहा कि हम मामले को देख रहे हैं और फुटपाथ को अतिक्रमण से मुक्त कराएंगे।
अस्पताल मोड़ के सामने से कोर्ट मोड़ की ओर बढ़ने पर सड़क के दोनों ओर अतिक्रमण के कई दृश्य देखने को मिले। कई लोगों ने फुटपाथों पर गमलों और फूलों से लेकर विभिन्न वस्तुएं बेचने की दुकानें लगा ली हैं। शहर निवासी प्रतिमा रॉय को फुटपाथ पर चलते समय रूक कर मुख्य सड़क पर चलते देखा गया। उन्होंने कहा कि अतिक्रमण मुक्त अभियान के बाद पिछले महीने उन व्यापारियों को फिर से फुटपाथ पर बैठे देखा गया। यह समस्या निगरानी की कमी के कारण हो रही है। पृथ्वीराज दास ने कहा कि वास्तव में हर कोई वही कर रहा है जो वह चाहता है और आम आदमी को समस्याओं का सामना करना पड़ रहा है।
वहीं दूसरी ओर, व्यापारियों का कहना है कि अगर पुनर्वास नहीं होगा तो हम कहां जाएंगे? फुटपाथ पर कलम बेच रहे बिपिन महतो ने कहा कि अगर हमारे लिए कहीं और व्यवस्था की जाती है, तो हम निश्चित रूप से चले जाएंगे अन्यथा हम परिवार कैसे चलाएंगे? हालांकि नगर निगम ने स्पष्ट रूप से कहा है कि फुटपाथ को अतिक्रमणमुक्त कराया जाएगा।