सिलीगुड़ी: माटीगाड़ा क्षेत्र अपने आप में एक खास पहचान रखता है | क्योंकि यहां उत्तर बंगाल का काफी पुराना हाट बाजार लगता है जहां पर खरीदारी करने के लिए बाहरी लोग आते हैं वहीं यह एक व्यापारिक क्षेत्र भी है लेकिन जिस तरह से सिलीगुड़ी विकसित हुआ उस प्रकार माटीगाड़ा अपनी पहचान नहीं बना पाया | बहुत से नामी स्कूल इंस्टिट्यूट और शिक्षित लोग होने के बावजूद माटीगाड़ा को संदेह की नज़रों से देखा जाता है | एक ओर तो जहां घोषित पाकिस्तान मोड़ यानी विश्वास कॉलोनी मोड़ चर्चा का विषय बनता है तो दूसरी ओर आए दिन ड्रग्स तस्करी के मामलों का उजागर होता रहता है | सूत्रों से जानकारी मिली है कि, ऐसे बहुत से लोग है जो ड्रग्स के कारोबार से जुड़े हुए है | स्थानीय लोगों का मानना है ड्रग्स तस्करी ही आपराधिक मामलों को बढ़ावा दे रहा है |
इस क्षेत्र में जिस प्रकार से खुलेआम नशेड़ी घूमते-फिरते हैं उन्हें देख लोगों में दहशत भी बना रहता है | बाहरी लोगों को देखते ही नशेड़ी सतर्क हो जाते हैं और अपराधी घटनाओं को अंजाम देने की फिराक में रहते हैं अचानक बैग छीन कर भागना, हथियार दिखा कर डराना-धमकाना इस तरह के कांड तो अक्सर ही यहां घटित होते हैं | इसके अलावा स्थानीय लोगों ने भी शिकायत की है कि घर के बाहर रखे सामानों में भी नशेड़ी हाथ साफ कर जाते हैं |
ऐसे ही असामाजिक लोग उस क्षेत्र को बदनाम कर चुके है |
वहीं आपराधिक मामले में तो माटीगाड़ा ने राज्य स्तर में अपनी पहचान बनाई है | 21 अगस्त 2023 के दिन को शायद शहर वासी कभी नहीं भूलेंगे, क्योंकि उस दिन मोहम्मद अब्बास नामक शख्स ने एक यूनिफॉर्म पहनी नाबालिक छात्रा के साथ कुकर्म कर हत्या की घटना को अंजाम दिया था | इस दर्दनाक घटना के बाद माटीगाड़ा रातों रात सुर्ख़ियों में छा गया था | इस मामले की जांच के बाद कोर्ट ने दोषी को बलात्कार और मर्डर मामले में सजा भी सुनाई थी |
उस आपराधिक मामले ने माटीगाड़ा को दागदार कर दिया | कुछ महीने पहले ही वहां प्रतिबंध मांस की तस्करी को लेकर भी बवाल खड़ा हुआ था उस दौरान उसकी गूंज इतनी ज्यादा थी कि पूरा सिलीगुड़ी क्षेत्र कांप गया था | भारी संख्या में पुलिस बल ने मौके में उतरकर मामले को संभाला था |
वर्तमान में भी यहां अपराधियों का साया बना हुआ है | शाम होते ही ज्यादातर महिलाएं घर से बाहर नहीं निकलती है क्योंकि संदिग्ध युवक खुलेआम दादागिरी दिखाते हैं |
समय के साथ माटीगाड़ा में अपराधिक मामले पांव पसार रहे हैं और भय के कारण स्थानीय लोग भी सामने आकर कुछ बोल नहीं पाते | यह नहीं की पुलिस हाथ पैर हाथ धरे बैठी है आए दिन है ड्रग्स तस्करी के कारोबार का भंडाफोड़ भी पुलिस द्वारा की जाती है तो कई मामलों में अपराधियों को गिरफ्तार भी किया जाता है | लेकिन कुछ हद तक इन घटनाओं में लगाम कसने के लिए स्थानीय लोगों को भी जागरूक होना होगा और पुलिस को सहयोग करते हुए आगे आना होगा |