

सिलीगुड़ी : सिलीगुड़ी महकमा परिषद भ्रष्टाचार का अड्डा बन गया है। यह आरोप लगाते हुए भाजपा ने महकमा परिषद के सामने विरोध प्रदर्शन किया। भाजपा ने आरोप लगाते हुए कहा कि सत्ताधारी पार्टी ने महकमा परिषद को अपने पार्टी ऑफिस में बदल दिया है। विपक्ष की राय को किसी भी तरह से कोई महत्व नहीं दिया जाता है। सोमवार भाजपा द्वारा एक विरोध रैली का आयोजन किया गया। यह विरोध रैली कंचनजंगा स्टेडियम के सामने से निकाली गई, जो कि शहर की परिक्रमा करते हुए महकमा परिषद कार्यालय के सामने जाकर पहुंची। इस दौरान भाजपा कार्यकर्ताओं व समर्थकों ने कार्यालय के समाने विरोध प्रदर्शन किया।
विरोध जताने के बाद भाजपा के एक प्रतिनिधिमंडल ने महकमा शासक को ज्ञापन सौंपा। सिलीगुड़ी महकमा परिषद में विपक्ष के नेता अजय उरांव ने कहा कि महकमा परिषद की बैठक शाम को 4 बजे बुलाई गई थी, लेकिन हमारे पहुंचने से पहले ही बैठक दोपहर 2 बजे समाप्त हो गई। उन्होंने कहा कि आदिवासी समुदाय से होने के नाते उन्हें नजरअंदाज किया जा रहा है। हम न्याय के लिए लड़ रहे है। उसके खिलाफ आंदोलन जारी रहेगा। उन्होंने कहा कि हमारे सिलीगुड़ी महकमा में शासकदल से संबंधित जितने भी नेता है, जिस तरह से वह लूटपाट कर रहे है एवं जिस तरह वह भ्रष्टाचार कर रहे है, वह बर्दास्त नहीं किया जाएगा।
जिस तरह जनगण की सुविधा के लिए आए रुपयों को इधर से उधर फेरबदल किया जा रहा है। करोड़ाें रुपयों की भ्रष्टाचारी हो रही है। जिस तरह से आदिवासी व राजवंशियों में भेदभाव किया जा रहा है। आदिवासी होने पर काम नहीं दिया जाएगा, इस तरह का व्यवहार किया जा रहा है। तृणमूल पार्टी के निर्वाचित सदस्यों को ठीक काम मिल रहा है, लेकिन आदिवासी वोट से जीते भाजपा प्रत्याशी को काम नहीं दिया जा रहा है। यह सब बर्दाश्त नहीं किया जाएगा। अजय उरांव ने कहा कि बारिश के कारण जहां नदियों से बालू निकालने का काम बंद करने का निर्देश जारी किया गया है, वहीं नक्सलबाड़ी इलाके में खुलेआम यह काम चल रहा है। इसमें तृणमूल के नेता शामिल है। इसे महकमा शासक को देखना चाहिए।